पश्चिम चंपारण में लगातार बारिश से नदियों का जलस्तर बढ़ा, शहर में जलजमाव, किसान मायूस
West Champaran अनुमान से पूर्व अतिवृष्टि से धान की खेती पर ग्रहण लगता दिख रहा है। इससे किसान मायूस है। नरकटियागंज में मूसलाधार बारिश से नदियों का जलस्तर बढ़ा है। पंडाई मनियारी हड़बोरा नदी के तटीय क्षेत्रों के लोग भयभीत है।
पश्चिम चंपारण, जासं। सोमवार से लगातार हो रही बारिश से इलाका जलमग्न हो गया हैं। नदियों का जलस्तर भी बढा है। बाढ के खतरा से लोग सहमे है। लगातार बारिश से धान के बिचड़े डूब गये हैं। किसानों के लिए ये आफत की बारिश है। अनुमान से पूर्व अतिवृष्टि से धान की खेती पर ग्रहण लगता दिख रहा है। इससे किसान मायूस है। नरकटियागंज में मूसलाधार बारिश से नदियों का जलस्तर बढ़ा है। पंडाई, मनियारी, हड़बोरा नदी के तटीय क्षेत्रों के लोग भयभीत है। सिकटा, मैनाटांड़, नौतन, बैरिया, योगापट्टी आदि में नदियों का जलस्तर बढ़ गया है। वहीं, जिला मुख्यालय का शहर पानी पानी हो गया है। मेडिकल कॉलेज परिसर में जलजमाव के कारण मरीज व उनके परिवार जन परिवार परेशान है। मानसून की पहली बरसात में ही पूरा का पूरा नगर निगम क्षेत्र जलमग्न सा हो गया है। करोड़ों के सफाई संसाधन रहते नगर निगम प्रशासन असहाय नजर आ रहा है। शहर के सभी 39 वार्डों में जल जमाव की समस्या वर्षों बाद दिख रही है। बीते साल झमाझम बरसात के बाद भी पानी तीन से चार घंटे में निकल जाता था। नाले नालियों के कीचड़ के साथ से निकली सड़ांध वाली गंदगी लोगों को परेशान नहीं। करती थी।
शहर में जलजमाव का जायजा लेने पार्षदों के साथ निकले नगर आयुक्त
भारी बारिश के बावजूद कार्यकारी सभापति मोहम्मद कयूम अंसारी एवं नगर आयुक्त ने शहर में हुए जल-जमाव का जायजा लिया। इस दौरान मुख्य नाला के पुलिया का मुंह जेसीबी की मदद से साफ कराया। जिसके कारण पानी की निकासी बड़ी तेजी से शहर से होनी शुरू हो गई। उन्होंने बताया कि वसंत टोला, जमादार टोला के बीच पुलिया, स्टेशन चौक छावनी, इमली चौक बसवरिया स्थित पुलिया में कूड़ा जमा हो गया था। जिसके कारण शहर में जल-जमाव की स्थिति उत्पन्न हो गई थी। जेसीबी की मदद से सफाई होने पर जल-जमाव से शीघ्र निजात मिलेगा।