मुजफ्फरपुर के सकरा में गर्मी की धमक के साथ ही जल संकट, लोग परेशान

सकरा की मड़वन पंचायत के वार्ड संख्या चार के ग्रामीण आज भी नल का पानी नहीं पीते हैं। ग्रामीणों का आरोप है कि टंकी फूट गई है। टंकी में बिल्ली मर गई थी जिसे निकाले बगैर पानी का सप्लाई शुरू कर दी गई।

By Ajit KumarEdited By: Publish:Sat, 08 May 2021 01:22 PM (IST) Updated:Sat, 08 May 2021 01:22 PM (IST)
मुजफ्फरपुर के सकरा में गर्मी की धमक के साथ ही जल संकट, लोग परेशान
वार्ड संख्या चार के ग्रामीण आज भी नल का पानी नहीं पीते हैं।

मुजफ्फरपुर, जासं। गर्मी की धमक के साथ ही सकरा में जल संकट उत्पन्न हो गया है। सरकार की नल जल योजना जनप्रतिनिधियों के लिए लूट योजना बनकर रह गई है। कई पंचायतों में नल जल योजना का काम अधूरा है जिससे लोगों को परेशानी का सामना करना पड़ रहा है। सकरा की मड़वन पंचायत के वार्ड संख्या चार के ग्रामीण आज भी नल का पानी नहीं पीते हैं। ग्रामीणों का आरोप है कि टंकी फूट गई है। टंकी में बिल्ली मर गई थी जिसे निकाले बगैर पानी का सप्लाई शुरू कर दी गई। इस कारण आज भी वार्ड के लोग चापाकल से ही पानी पीते हंै। नल जल का पानी मवेशी को धोने व खेतों में पानी पटाने के काम में लाते हैं। वार्ड सदस्य का कहना है कि नल जल का काम पंचायत के मुखिया द्वारा कराया गया था। ग्रामीणों का कहना है कि पाइप लाइन जगह-जगह लीक है। पूर्वी क्षेत्र में स्थित सात पंचायतों में जलस्तर गिरने लगा है। संजय कुमार, राहुल कुमार, विकास कुमार का कहना है कि जल संकट पहले की तरह नहीं है, लेकिन जहां नल जल का काम आज तक नहीं हुआ, वहां पानी की समस्या उत्पन्न हो गई है। 

हरलोचनपुर पंचायत के अखिलेश राम ने बताया कि पंचायत के कई वार्ड में नल जल का पानी लोगों तक नहीं पहुंच रहा है। वार्ड संख्या 13 की महादलित बस्ती में पानी की समस्या यथावत है। पूरा गांव एक ही चापाकल पर आश्रित है। सुबह से लेकर शाम तक पानी के लिए लोगों को लाइन लगानी पड़ती है। चापाकल खराब होने की स्थिति में पानी खरीद कर पीना पड़ता है। विशुनपुर बघनगरी पंचायत के वार्ड आठ व नौ की भी यही स्थिति है। डिहूली, मझौलिया, केशोपुर, हरलोचनपुर, सरमस्तपुर समेत कई पंचायत के लोगों के लिए पानी समस्या बन गई है। लोगों का कहना है कि जैसे- जैसे गर्मी बढ़ती जाएगी, पानी की समस्या गंभीर होगी। नल जल से तत्काल लोग पानी पी रहे है। नून कराने नदी मे पानी सुख गया हैं जिस कारण मवेशियों को समस्या हो गई है। भर्तीपुर पंचायत के मुखिया इंद्रभूषण सिंह अशोक ने कहा कि जल को संचय किया जाए। इसके लिए उन्होंने पंचायत में 275 सोखता का निर्माण कराया है। सरकार क़ो कदाने नदी में जल संचय के लिए प्रस्ताव भेजा है, लेकिन अबतक इस दिशा में पहल नहीं हुई है। सरकार के स्तर से यदि इसपर पहल हो तो 10 पंचायत के किसानों को इसका लाभ मिलेगा। खालिकनगर गौड़ीहार पंचायत के मुखिया ने कहा कि पोखर की खोदाई कराकर भी जल संचय की व्यवस्था की गई है।  

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