मुजफ्फरपुर : मुक्तिधाम में अंतिम संस्कार को लग रही लाइन, एक दिन में पहुंचे रिकॉर्ड 37 शव

Muzaffarpur News 72 घंटों में 90 शवों का हुआ अंतिम संस्कार मृतकों में आधे से अधिक कोरोना संक्रमित। 10 प्लेटफॉर्म दाह संस्कार के लिए हैैं सिकंदरपुर स्थित मुक्तिधाम में नदी किनारे भी है व्यवस्था। 06 से आठ शव प्रतिदिन आते थे सामान्य दिनों।

By Murari KumarEdited By: Publish:Fri, 23 Apr 2021 07:36 AM (IST) Updated:Fri, 23 Apr 2021 07:36 AM (IST)
मुजफ्फरपुर : मुक्तिधाम में अंतिम संस्कार को लग रही लाइन, एक दिन में पहुंचे रिकॉर्ड 37 शव
मुजफ्फरपुर मुक्तिधाम में अंतिम संस्कार को लग रही लाइन।

मुजफ्फरपुर, जागरण संवाददाता। जिले में कोरोना संक्रमित मरीजों की संख्या के साथ-साथ इससे होने वाली मौतों का आंकड़ा भी बढ़ता जा रहा है। इसके साथ हर दिन श्मशान घाट पर दाह संस्कार के लिए लाइन भी लंबी होती जा रही है। सिकंदरपुर श्मशान घाट मुक्तिधाम में पिछले 72 घंटों में 90 शवों का अंतिम संस्कार किया गया। इसमें आधे से अधिक कोरोना संक्रमित थे। वहीं, बुधवार को यहां रिकॉर्ड 37 शवों का दाह संस्कार किया गया। मंगलवार को 24 व गुरुवार को 29 शवों का अंतिम संस्कार किया गया। स्वजनों को अंतिम संस्कार के लिए ढाई से तीन घंटे की प्रतीक्षा करनी पड़ रही है। 

 मुक्तिधाम पर तैनात नगर निगम के सहायक अशोक कुमार का कहना है कि यहां एक साथ 10 शवों का दाह संस्कार किया जा सकता है। इसके लिए 10 प्लेटफॉर्म हैं। नदी किनारे जमीन पर भी दाह संस्कार की व्यवस्था की गई है। लगातार शवों के आने से व्यवस्था जरूरत चरमरा गई है। पहले से यहां आधा दर्जन कर्मचारी थे। इधर शवों के बढऩे पर नगर आयुक्त ने चार अतिरिक्त कर्मचारियों को यहां प्रतिनियुक्त किया है। उन्होंने कहा कि पहले यहां प्रतिदिन छह से आठ शवों का दाह संस्कार होता था। अब  प्रतिदिन 20 से 25 आ रहे हैैं। कोरोना से मरने वालों के लिए दाह संस्कार की अलग से व्यवस्था की गई है। उन्होंने कहा कि अभी तो किसी तरह काम चल हा है, लेकिन शवों की संख्या बढ़ती है तो परेशानी हो सकती है। 

chat bot
आपका साथी