जिउतिया को लेकर उहापोह, तिथियों के चलते उपवास की बढ़ी मियाद

कुछ इलाकों में नहाय -खाय के साथ तीन दिवसीय व्रत शुरू हुआ तो कुछ इलाकों में मंगलवार को नहाय-खाय। सोमवार से अनुष्ठान करने वाली व्रती मंगलवार को उपवास रखकर बुधवार को पारण करेंगी। मंगलवार से व्रत का संकल्प लेने वाली व्रती बुधवार को उपवास पर रहकर गुरुवार को पारण करेंगी।

By Ajit KumarEdited By: Publish:Mon, 27 Sep 2021 01:08 PM (IST) Updated:Mon, 27 Sep 2021 01:08 PM (IST)
जिउतिया को लेकर उहापोह, तिथियों के चलते उपवास की बढ़ी मियाद
ज्यादातर पुरोहितों ने मिथिला पंचाग के तहत मंगलवार को व्रत रखने की दी सलाह। फोटो- जागरण

शिवहर, जासं। संतान की लंबी उम्र की कामना के लिए किए जाने वाले जीवित्पुत्रिका यानि जिउतिया व्रत की तिथि को लेकर इलाके में उहापोह बरकरार है। आश्विन कृष्ण पक्ष की अष्टमी तिथि को यह पर्व मनाया जाता है। लेकिन मिथिला पंचांग और काशी विवि द्वारा जारी पंचांग में अष्टमी तिथि को लेकर अंतर की वजह से व्रती परेशान है। कुछ इलाकों में सोमवार से नहाय -खाय के साथ तीन दिवसीय व्रत शुरू हुआ तो कुछ इलाकों में मंगलवार को नहाय-खाय होगा। सोमवार से अनुष्ठान करने वाली व्रती मंगलवार को उपवास रखकर बुधवार को पारण करेंगे। जबकि, मंगलवार से व्रत का संकल्प लेने वाली व्रती बुधवार को उपवास पर रहकर गुरुवार को पारण करेगी।

हालांकि, तिथियों के अंतर की वजह से बड़ी संख्या में महिलाएं सोमवार को नहाय-खाय के साथ संकल्प लेकर मंगलवार और बुधवार को दोनों दिन का उपवास कर रही है। हालांकि, अधिकांश पुरोहितों ने व्रतियों को मिथिला पंचांग के अनुसार मंगलवार को अष्टमी बताते हुए उपवास की सलाह दी है। पंडित गिरधर गोपाल चौबे के अनुसार काशी पंचांग के अनुसार जीवित्पुत्रिका व्रत का नहाय-खाय 28 सितंबर को है। काशी विवि के पंचांग के अनुसार मंगलवार को दोपहर 3:05 बजे के बाद अष्टमी तिथि हो जाने के कारण अन्न-जल नहीं लिया जाएगा। व्रत का मान बुधवार को होगा। बुधवार यानि 29 सितंबर को अष्टमी तिथि शाम 4:54 बजे तक है। इसलिए पारण गुरुवार को सूर्योदय के बाद होगा। मिथिलांचल पंचांग के अनुसार नहाय-खाय 27 सितंबर सोमवार को होगा। व्रत मंगलवार को होगा। मंगलवार को अष्टमी तिथि 3:15 बजे के बाद होगा जो गुरुवार की सुबह 5:04 बजे तक रहेगा। ऐसे में सोमवार को नहाय-खाय, मंगलवार को व्रत और बुधवार को ही श्रेयस्कर होगा। 

महागुरु सदाशिव दक्षिणामूर्ति महोत्सव

मुजफ्फरपुर : बाबा गरीब नाथ मंदिर प्रांगण में रविवार को महागुरु सदाशिव दक्षिणामूर्ति महोत्सव का आयोजन किया गया। पटना से आए मुख्य अतिथि विवेकानंद ने कहा कि हम सभी शिव के अंश हैं। सुदर्शन पांडेय, कृष्ण कुमार, शारदा देवी, सरोज देवी, मीना देवी, नीरू देवी, अंजू देवी, मुन्नी देवी, गीता देवी ने इसमें अहम भूमिका निभाई। अध्यक्षता रोशन कुमार ने की। मौके पर आशा देवी, शंभू महतो, नागवंशी, अभिमन्यु समेत अन्य मौजूद थे।

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