मुजफ्फरपुर सदर अस्पताल में कोरोना मरीज की मौत पर हंगामा, शव छोड़ भागे स्वजन

कोविड केयर सेंटर के प्रभारी डॉ.नवीन कुमार ने बताया कि मरीज की हालत खराब होने से उसे रेफर किया गया था। स्वजन उसे ले जाने को तैयार नहीं हुए। स्वजनों ने इलाज में लापरवाही करने का लगाया आरोप।

By Ajit KumarEdited By: Publish:Sun, 16 May 2021 10:25 AM (IST) Updated:Sun, 16 May 2021 10:25 AM (IST)
मुजफ्फरपुर सदर अस्पताल में कोरोना मरीज की मौत पर हंगामा, शव छोड़ भागे स्वजन
सुरक्षाकर्मियों ने हंगामा कर रहे लोगों को समझाकर कराया शांत।

मुजफ्फरपुर, जासं। सदर अस्पताल के कोरोना कोविड केयर सेंटर पर एक मरीज की मौत पर स्वजनों ने हंगामा किया। आक्रोशित शव को छोड़कर चले गए। हंगामा कर रहे लोगों ने आरोप लगाया कि उनके मरीज को जबरन रेफर कर दिया गया था। उसके बाद इलाज में लापरवाही पर उसकी मौत हो गई।

कोविड केयर सेंटर के प्रभारी डॉ.नवीन कुमार ने बताया कि मरीज की हालत खराब होने से उसे रेफर किया गया था। स्वजन उसे ले जाने को तैयार नहीं हुए। इलाज चल रहा था। इसी क्रम में उसकी मौत हो गई। शव परिसर में रखा गया है। रविवार को शव स्वजन को दिया जाएगा। सदर अस्पताल के सुरक्षाकर्मियों ने किसी तरह हंगामा कर रहे स्वजनों को शांत कराया।

कोरोना वार्ड से निकलते सिविल सर्जन हुए बीमार

सदर अस्पताल के एमसीएच भवन के कोरोना वार्ड में सीएम की वर्चुअल मीङ्क्षटग से पहले संक्रमित मरीजों को देखने पहुंचे सिविल सर्जन वार्ड से निकलते ही बीमार हो गए। उनकी नाक में परेशानी होने लगी। अचानक उससे अत्यधिक पानी आने लगा। उनकी स्थिति देख वहां मौजूद चिकित्सक भी घबरा गए। आननफानन में चिकित्सकों ने उन्हें दवा दी। इसके बाद भी उनकी बेचैनी कम नहीं हो रही थी। उन्हें सदर अस्पताल से उनके आवास ले जाया गया। वहां करीब डेढ़ घंटे के बाद उनके स्वास्थ्य में सुधार हुआ। करीब ढाई घंटे तक सदर अस्पताल से चक्कर मैदान स्थित सिविल सर्जन के आवास तक अफरातफरी मची रहा। सिविल सर्जन ने बताया कि कोरोना वार्ड से आने के बाद अचानक तबीयत बिगड़ गई। दो घंटे के बाद स्थिति में सुधार हुआ।

छोटे भाई की मौत का सदमा नहीं कर सके बर्दाश्त, पांच घंटे में दम तोड़ा

सकरा (मुजफ्फरपुर): प्रखंड की रघुनाथपुर दोनवा पंचायत के भठंडी गांव में एक संयुक्त परिवार में पांच घंटे के अंतराल पर दो भाईयों की मौत हो गई। रविवार की सुबह दोनों की अर्थी एक ही चिता पर जलेगा। बताया जाता है कि दोनों भाई बीमार चल रहे थे। शनिवार की सुबह 11 बजे 80 वर्षीय अनूपलाल पासवान की मौत हो गई। छोटे भाई की मौत से बड़े भाई 93 वर्षीय रामसकल पासवान काफी आहत हुए। शाम पांच बजे उन्होंने अंतिम सांस ली। रामसकल पासवान के पुत्र सपनजीत पासवान ने बताया कि दोनों भाइयो का दाह संस्कार एक साथ रविवार को होगा।  

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