मुजफ्फरपुर के पीएचसी में समय से नहीं पहुंचते डाॅक्टर, दो चिकित्सकों व तीन एएनएम की काटी हाजिरी

सिविल सर्जन की जांच में खुली अनियमितताओं की पोल अभिलेखों का संधारण भी सही नहीं। 20 घंटे विद्युत आपूर्ति होने के बाद भी भारी मात्रा में डीजल की खपत पर कोई संतोषजनक जवाब नहीं मिला। शुगर जांच का किट तक नहीं है।

By Ajit KumarEdited By: Publish:Wed, 14 Apr 2021 09:45 AM (IST) Updated:Wed, 14 Apr 2021 09:45 AM (IST)
मुजफ्फरपुर के पीएचसी में समय से नहीं पहुंचते डाॅक्टर, दो चिकित्सकों व तीन एएनएम की काटी हाजिरी
कोरोना का टीका देने वाले कर्मियों को पीपीई किट और सैनिटाइजर नहीं दिया जाता है।

मुजफ्फरपुर, जासं। लोगों से लगातार मिल रहीं शिकायतों के मद्देनजर सिविल सर्जन पीएचसी पहुंचे। पहुंचते ही उन्होंने प्रभारी चिकित्सा पदाधिकारी डॉ. राजेश कुमार से हाजिरी बही मांगी। अनुपस्थित चिकित्सकों डॉ. ज्ञानेंद्र कुमार, डॉ. सतीश कुमार के अलावा एएनएम रीमा कुमारी, भारती कुमारी एवं विभा कुमारी की हाजिरी काट दी। जेनरेटर संचालन की संचिका मांगने पर उन्हेंं कागज के पन्ने दिए गए तब वे झल्ला उठे। संचिका संधारण करने का निर्देश दिया। 20 घंटे विद्युत आपूर्ति होने के बाद इतनी मात्रा में डीजल की खपत पर कोई संतोषजनक जवाब नहीं मिला। आउटसोर्सिंग से रखे गार्ड को 16 हजार की बजाए छह हजार का भुगतान करने पर भी नाराजगी जताई। एजेंसी को स्पष्ट आदेश है कि एक्स सर्विसमैन को ही रखना है, फिर सिविलियन को क्यों रखा गया। जबकि कई लोगों ने रोस्टर का अनुपालन नहीं होने की शिकायत की। आशा के भुगतान के संबंध में स्वास्थ्य प्रबंधक आलोक कुमार ने बताया कि सभी का नियमित भुगतान हो रहा है। मौके पर मौजूद लोगों ने बताया कि लैब में जांच सामग्री की कमी है। शुगर जांच का किट तक नहीं है। कोरोना का टीका देने वाले कर्मियों को पीपीई किट और सैनिटाइजर नहीं दिया जाता है। सीएस ने निर्देश दिया कि शिकायत मिली तो प्रभारी चिकित्सा पदाधिकारी एवं स्वास्थ्य प्रबंधक पर कार्रवाई की जाएगी। 

आशा बहाली में अनियमितता के खिलाफ प्रदर्शन

सकरा प्रखंड की मझौलिया पंचायत के वार्ड 13 में आशा बहाली में अनियमितता को लेकर ग्रामीणों ने रेफरल अस्पताल के प्रांगण में प्रदर्शन किया। बताया जाता है कि विधवा मैट्रिक पास उम्मीदवार की बजाए दूसरे वार्ड की आठवीं पास उम्मीदवार की बहाली कर दी गई। इसके खिलाफ पीडि़ता स्व. अशोक कुमार की पत्नी संगीता देवी ने महिलाओं के साथ विरोध प्रदर्शन किया। पीडि़ता ने बताया कि शिकायत संबंधित आवेदन नहीं लिया गया। वहीं, गार्ड ने धरना नहीं देने दिया। तब अपने वार्ड संख्या 13 में आकर मुखिया के विरोध में प्रदर्शन किया। वह सकरा चिकित्सा पदाधिकारी, सिविल सर्जन, लोक शिकायत निवारण पदाधिकारी, डीएम तक इसकी शिकायत कर चुकी है। लेकिन कार्रवाई तो दूर, इसकी जांच तक नहीं कराई गई। पीडि़ता ने कहा कि अयोग्य को हटाकर मेरी बहाली नहीं हुई तो आत्मदाह ही अंतिम विकल्प होगा। प्रभारी चिकित्सा पदाधिकारी डॉ. मसीउद्दीन ने कहा कि मुझे पूरी जानकारी नहीं है। स्वास्थ्य प्रबंधक संजीव कुमार ने कहा कि बहाली करना मुखिया का काम है। एएनएम के हस्ताक्षरयुक्त उचित कागज को जिले को अग्रसारित कर दिया गया। प्रदर्शन में वीणा देवी, रेखा देवी, रेहाना खातून, रूबी खातून, प्रमिला देवी शामिल थीं।  

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