मुंबई से मुजफ्फरपुर आने के दौरान दो सगे भाइयों की सड़क हादसे में मौत, ऑटो से लौट रहे थे घर

Muzaffarpur News यूपी के कुशीनगर के हाटा स्थित ढाढ़ा में शनिवार की सुबह ट्रक की टक्कर से ऑटो सवार दो सगे भाइयों की मौत हो गई। लॉकडाउन की आशंका से ऑटो से लौट रहे थे अपने गांव चंदवारा। तीन अन्य जख्मी है

By Murari KumarEdited By: Publish:Sun, 18 Apr 2021 10:29 AM (IST) Updated:Sun, 18 Apr 2021 10:29 AM (IST)
मुंबई से मुजफ्फरपुर आने के दौरान दो सगे भाइयों की सड़क हादसे में मौत, ऑटो से लौट रहे थे घर
विलाप करते कुशीनगर (यूपी) के ढाढ़ा में हादसे में मृत औराई के चंदवारा निवासी संजय व संतोष के स्वजन।

औराई (मुजफ्फरपुर), जासं। यूपी के कुशीनगर के हाटा स्थित ढाढ़ा में शनिवार की सुबह ट्रक की टक्कर से ऑटो सवार दो सगे भाइयों की मौत हो गई। जबकि तीन जख्मी हो गए। मृतकों की पहचान औराई के धरहरवा पंचायत के चंदवारा निवासी रामएकवाल साह के पुत्र संजय साह(40) व संतोष साह(34) के रूप में हुई है। घायलों में चंदवारा के विनोद साह, जनार पंचायत के जीवाजोर निवासी बेचन महासेठ व शिवहर जिले के हरपुर निवासी रामबाबू साह शामिल हैं। दोनों भाई मुंबई में ऑटो चला कर परिवार का भरण- पोषण करते थे। लॉकडाउन की आशंका से दोनों भाई तीन अन्य साथियों के साथ मुंबई से गांव लौट रहे थे।

 सभी लोग दो दिन पूर्व मुंबई से चले थे। ढाढ़ा में हादसे के बाद मामूली रूप से घायल विनोद साह राहगीरों की मदद से सभी को गोरखपुर के बाबा राघव दास मेडिकल कॉलेज लेकर आए। यहां दोनों भाई की मौत हो गई। गंभीर रूप से घायल बेचन महासेठ और रामबाबू का इलाज चल रहा है। हादसे की सूचना पर पहुंचे स्वजनों ने जख्मी विनोद साह व रामबाबू साह की खोज कर ली, पर बेचन महासेठ नहीं मिले। यह सूचना जैसे ही जीवाजोर पहुंची तो गांव में कोहराम मच गया। स्वजन मातम मनाने लगे। इस बीच पंसस नवीन बैठा के मोबाइल पर बेचन के इलाजरत होने की जानकारी मिली। उसके बाद लोगों ने राहत की सांस ली। 

इधर, पंचायत के मुखिया प्रतिनिधि प्रमोद पूर्वे चार अन्य सहयोगी के साथ गोरखपुर के लिए निकल गए हैं। उन्होंने बताया कि दोनों शव का पोस्टमार्टम  सुबह तक हो सकेगा तो रविवार की शाम तक शव गांव पहुंचेगा। 

ट्रेन की बजाए आते थे ऑटो से

औराई (मुजफ्फरपुर), संस :औराई के चंदवारा गांव के कई लोग मुंबई में ऑटो चलाते हैं। इनलोगों का अपना ऑटो है। इससे पूर्व पर्व- त्योहार या अन्य अवसरों पर ये लोग ट्रेन की बजाए ऑटो से ही घर आते रहे हैं। पिछली बार लॉकडाउन होने पर ऑटो से ही घर आए थे। स्थिति सामान्य होने पर ऑटो से ही मुंबई लौटे थे। ग्रामीणों ने बताया कि ट्रेन में रिजर्वेशन नहीं मिलने और अपनी सवारी होने के कारण इस गांव के लोग अपने ऑटो से ही आते थे। 

chat bot
आपका साथी