मुजफ्फरपुर में आज केवल सदर अस्पताल में ही होगी कोरोना की जांच
कोरोना के चेन तोड़ने में जिला का स्वास्थ्य महकमा लाचार दिख रहा है। कोरोना संक्रमण की पहचान करने के लिए किट का टोटा है। अगर बीमार हो गए तो ऑक्सीजन व दवा का संकट सामने आ रहा है।
मुजफ्फरपुर। कोरोना के चेन तोड़ने में जिला का स्वास्थ्य महकमा लाचार दिख रहा है। कोरोना संक्रमण की पहचान करने के लिए किट का टोटा है। अगर बीमार हो गए तो ऑक्सीजन व दवा का संकट सामने आ रहा है। रविवार को ऑक्सीजन के साथ सरकारी स्तर पर एंटीजन किट को लेकर परेशानी रही। हालत यह है कि आज सोमवार को केवल सदर अस्पताल में जांच होगी। इसके अलावा किस पीएचसी में जांच होगा यह सिविल सर्जन स्तर पर भी जानकारी नहीं। सीएस डॉ.एसके चौधरी इतना कहते हैं कि सदर में जांच होगी। कंट्रोल रूम में जो शिकायत आ रही उसका निदान हो रहा है। लेकिन लोग इतना भयभीत है कि उनके पास धैर्य नहीं है। चाहते है कि तुरंत समाधान हो। लेकिन जो जिले में संसाधन है। उसके हिसाब से जांच, इलाज हो रहा है।
सही जवाब नहीं, मरने को मजबूर मरीज : दवा, जांच व ऑक्सीजन पर सिविल सर्जन से लेकर ड्रग इंस्पेक्टर तक सही तरीके से जवाब देने की हालत में नहीं हैं। ऑक्सीजन की कितनी ज्ररूरत, कितनी आपूर्ति और रेमडेसिविर कब तक आएगी। सिविल सर्जन स्तर पर बात करने पर वह सहायक औषधि नियंत्रक से बात करने को कहते हैं। जब सहायक औषधि नियंत्रक से बात करने पर जवाब मिलता है कि ड्रग इंस्पेक्टर से बात कर लीजिए। ड्रग इंस्पेक्टर का हाल यह कि उनका जवाब होता है कि हम तो दिन भर फोन से तबाह है। ऑक्सीजन फैक्ट्री संभाले की दवा की हालत को मैनेज करे। इस विकट परिस्थिति में मरीज भगवान भरोसे है। बच गए तो उपर वाले की मेहरबानी। सदर अस्पताल में वेंटिलिेटर रहते हुए उसको चलाने वाला नहीं। उसको निजी अस्पताल को देना पड़ रहा है। इधर एसकेएमसीएच के अधीक्षक हो या कोरोना के इलाज करने वाले निजी अस्पताल संचालक उनका कहना है कि हमको जितनी ऑक्सीजन चाहिए वह नहीं मिल रही इसलिए चाहकर भी बेहतर सेवा नहीं दे रहे है। एसकेएमसीएच के अधीक्षक डॉ.बीएस झा कहते है कि उनको सात सौ सिलेडर गैस चाहिए रोज लेकिन दो से तीन सौ ही मिल पा रहा है।
बोले सिविल सर्जन आएगी किट होगी जांच : एंटीजन किट से जांच पर संकट है। राज्य मुख्यालय से किट नहीं आने के कारण यह परेशानी हो रही है।
सिविल सर्जन डॉ एसके चौधरी ने बताया कि पटना से किट की डिमांड किया गया था लेकिन काफी कम किट उपलब्ध हो सका था जो खत्म हो गया है। उन्होंने बताया कि कुछ किट बचा हुआ है जिससे सदर अस्पताल में लोगों को कोरोना जांच किया जाएगा। सिविल सर्जन ने कहा कि जिलों के सभी प्रखंडों से जानकारी ली गई है लेकिन किसी भी पीएचसी के एंटीजन किट नहीं बचा हुआ है। अधिकारियों को निर्देश दिया गया है कि जहां भी किट बचा होगा वहां वह लोगों का कोरोना जांच करें। जिले में कुछ 22 केंद्रों पर स्वास्थ्य विभाग कोरोना जांच केंद्र चल रही है। जिसमें सदर अस्पताल,जंक्शन पर चार व इमली चट्टी बस स्टैंड बैरिया जिले के 16 सीएचसी केंद्र पर कोरोना जांच हो रहा है। इसके अलावे तीन निजी लैब भी कोरोना का एंटीजन जांच कर रहे थे। लेकिन सरकारी स्तर पर जांच नहीं होने से परेशानी होगी।