BRABU, Muzaffarpur: पीजी में दाखिले को आवेदन का आज अंतिम मौका, जानिए कब जारी होगी मेरिट लिस्ट
BRABU Muzaffarpur अगर आप पीजी में दाखिला लेने की सोच रहे और अबतक आवेदन नहीं कर सके हैं तो मंगलवार को आपके पास अंतिम मौका है। इसके बाद विवि की ओर से आवेदन की प्रक्रिया बंद कर दी जाएगी। आवेदन के लिए पोर्टल को तीन बार खोला जा चुका है।
मुजफ्फरपुर, जागरण संवाददाता। अगर आप पीजी में दाखिला लेने की सोच रहे और अबतक आवेदन नहीं कर सके हैं तो मंगलवार को आपके पास अंतिम मौका है। इसके बाद विवि की ओर से आवेदन की प्रक्रिया बंद कर दी जाएगी। आवेदन के लिए पोर्टल को तीन बार खोला जा चुका है। ऐसे में अब नामांकन की प्रक्रिया शुरू होगी। 20 जून को विवि की ओर से केंद्रीकृत मेधा सूची जारी की जाएगी। साथ ही 21 जून से छात्र-छात्राएं कॉलेजों और पीजी विभागों में दाखिला ले सकेंगे। इस वर्ष पीजी में साइंस संकाय में जूलॉजी में सबसे अधिक कटऑफ जाएगा। क्योंकि इसमें सर्वाधिक आवेदन प्राप्त हुए हैं।
वहीं, गणित और भौतिकी में भी प्रवेश के लिए कम अंक वाले छात्रों को इंतजार करना पड़ सकता है। यही हाल वाणिज्य संकाय का है। कला संकाय में इतिहास की ओर सबसे अधिक छात्र-छात्राओं का झुकाव है। ऐसे में इसका कटऑफ 80 के करीब पहुंच सकता है। बता दें कि विवि में पीजी के लिए कुल 5350 सीटें निर्धारित हैं। इसके लिए अबतक 16 हजार से अधिक आवेदन आए हैं। छात्रों को मेधा सूची के बाद जो कॉलेज आवंटित होगा वहीं नामांकन लेना होगा। यदि छात्र नामांकन नहीं लेते हैं तो अगली मेध सूची में दूसरे छात्र को मौका दिया जाएगा।
कॉलेज व पीजी विभाग वेबसाइट पर डालें ई.कंटेंट
बीआरए बिहार विश्वविद्यालय के सभी पीजी विभागों और कॉलेजों को अपने वेबसाइट के ई.कंटेंट सेक्शन में पाठ्य सामग्री और वीडियो लेक्चर का लिंक उपलब्ध कराना होगा। इसको लेकर डीएसडब्ल्यू प्रो.अभय कुमार सिंह ने इसको लेकर पत्र जारी किया है। डीएसडब्ल्यू ने बताया कि कॉलेजों को कई बार रिमाइंडर दिया गया कि ई.कंटेंट वेबसाइट पर अपलोड करें। साथ ही ऑनलाइन कक्षाओं से संबंधित रिपोर्ट भेजें। बताया कि कॉलेजों की ओर से ई.कंटेंट भी ईमेल पर ही भेज दिया जा रहा है। इस कारण छात्रों को इसका लाभ नहीं मिल पा रहा है। छात्रों की जानकारी के लिए सभी कॉलेजों का वेबसाइट भी जारी किया गया है। छात्र इसे खोलकर ई.कंटेंट सेक्शन में जाकर विषयवार पाठ्य सामग्री और वीडियो लेक्चर प्राप्त कर सकते हैं। बता दें कि सरकार की ओर से निर्देश दिए जाने के बाद भी कुछ कॉलेजों को छोड़कर अधिकतर ने अपने वेबसाइट पर पाठ्य सामग्री उपलब्ध नहीं कराई। इस कारण छात्रों को ऑनलाइन पढ़ाई करने में परेशानी हो रही है।