बिना मास्क के कोरोना संंक्रमण को रोकना मुश्किल, गाइडलाइन का पालन जरूरी
कोरोना का टीका लगना शुरू हो चुका है। पर यह अभी आम लोगों से दूर है। इसलिए फिलहाल इससे बचाव करना जरूरी है। तमाम तरह के शोध में भी यह साबित हो चुका है कि मास्क व शारीरिक दूरी मेंटेन करके संक्रामक रोग के फैलाव को रोका जा सकता है।
रामनगर, संवाद सूत्र : सरकार व स्वास्थ्य महकमा इसको मान चुका है कि बिना मास्क के कोरोना को हराना मुश्किल है। हालांकि कोरोना का टीका लगना शुरू हो चुका है। पर, यह अभी भी आम लोगों से दूर है। इसलिए फिलहाल इससे बचाव करना जरूरी है। तमाम तरह के शोध में भी यह साबित हो चुका है कि मास्क व शारीरिक दूरी मेंटेन करके इस संक्रामक रोग के फैलाव को रोका जा सकता है। पर, जनता यह समझने के लिए तैयार नहीं है।
खांसी व छींक से निकलने वाले ड्रापलेट््स है मुख्य कारण
चिकित्सक डॉ. डीएस आर्या का कहना है कि कोरोना के फैलाव में मुख्य भूमिका मास्क की होती है। यह वायरस संक्रमित व्यक्ति के खांसने व छींकने से निकलने वाले ड्रापलेट के कारण स्वस्थ व्यक्ति के शरीर में प्रवेश करता है। अगर मास्क व शारीरिक दूरी को मेंटेन रखा जाए तो, इससे काफी हद तक बचाव किया जा सकता है। चिकित्सक का कहना है कि इसके लिए महंगे मास्क की कोई जरूरत नहीं है। बस ऐसा मास्क होना चाहिए जो वायरस को रोक सके। साथ ही लगाने वालों को सांस लेने में तकलीफ नहीं हो। इसके लिए रूमाल व गमछा का भी इस्तेमाल किया जा सकता है। बताया कि जबतक वैक्सीन नहीं पड़ जाती है। तब तक मास्क, शारीरिक दूरी व हाथों की साफ सफाई जरूरी है।