परिवार नियोजन का लक्ष्य साधने निकला सारथी रथ

परिवार नियोजन में पुरुषों की भागीदारी को प्रोत्साहित करने के उद्देश्य से शुक्रवार को सदर अस्पताल परिसर से सारथी रथ निकला गया। रथ को सिविल सर्जन डॉ. शैलेश प्रसाद सिंह ने हरी झडी दिखाकर रवाना किया।

By JagranEdited By: Publish:Sat, 23 Nov 2019 02:34 AM (IST) Updated:Sat, 23 Nov 2019 06:09 AM (IST)
परिवार नियोजन का लक्ष्य साधने निकला सारथी रथ
परिवार नियोजन का लक्ष्य साधने निकला सारथी रथ

मुजफ्फरपुर। परिवार नियोजन में पुरुषों की भागीदारी को प्रोत्साहित करने के उद्देश्य से शुक्रवार को सदर अस्पताल परिसर से सारथी रथ निकला गया। रथ को सिविल सर्जन डॉ. शैलेश प्रसाद सिंह ने हरी झडी दिखाकर रवाना किया। इससे पूर्व उन्होंने उपस्थित लोगों को संबोधित करते हुए कहा कि परिवार नियोजन की जिम्मेदारी सिर्फ महिलाओं की नहीं है, इसमें अधिक से अधिक पुरुषों को अपनी भागीदारी निभानी चाहिए। परिवार नियोजन कार्यक्रम में पुरुषों की सहभागिता बढ़ाने के लिए सभी स्तर पर व्यापक चर्चा की जरूरत है ताकि समुदाय में इसके लिए जागरूकता फैलाई जा सके।

उन्होंने कहा कि सारथी रथ पर एक परिवार नियोजन परामर्श भी मौजूद रहेंगे जो जरूरत के अनुसार लोगो को सलाह देंगे। प्रत्येक प्रखंड में कम से कम 10 जगहों पर सारथी रथ को घुमाया जाएगा। उन्होने कहा कि 21 नवम्बर से चार दिसंबर तक राज्य भर में पुरुष नसबंदी पखवाडा का आयोजन किया जा रहा है। इस दौरान विभिन्न कार्यक्त्रमों का आयोजन किया जा रहा है।

इस अवसर पर एसीएमओ डॉ हरेंद्र कुमार आलोक, डीआइओ डॉ. आरपी सिंह, डीपीएम बीपी वर्मा, डीसीएम राजकिरण, एमएनईओ जयशकर प्रसाद समेत अन्य चिकित्साकर्मी मौजूद थे। गाव-गाव जाकर जागरूक करेगा सारथी रथ

सारथी वाहन के जरिए इस पखवाड़े के दौरान जिले के विभिन्न गावों में घूम-घूम कर परिवार नियोजन के उद्देश्य, लाभ एवं परिवार नियोजन सेवा के अंतर्गत दी जाने वाली सुविधाओं के बारे में जानकारी दी जाएगी। चलचित्र एवं बैनर के माध्यम से आम जनों को परिवार नियोजन की जरूरत पर जानकारी दी जाएगी। जिसमें स्वस्थ मां एवं तंदुरुस्त बच्चा हेतु सही उम्र में शादी, पहला बच्चा शादी के कम से कम दो साल बाद, दो बच्चों के बीच कम से कम तीन साल का अंतर, बच्चे दो ही जैसे विषयों पर परामर्श देते हुए गर्भनिरोधक उपाय अपनाने को बढ़ावा दिया जाएगा।

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