उत्तर बिहार के कई जिलों में आंधी-पानी और ओलावृष्टि से आवागमन बाधित, आधा दर्जन मकान ध्‍वस्‍त

शिवहर और समस्तीपुर में तेज आंधी-पानी से जनजीवन अस्त-व्यस्त लाखों का नुकसान तरियानी में आंधी-पानी से तबाही जमकर गिरे ओले पेड़ गिरने से आधा दर्जन मकान ध्वस्त सड़क पर आवागमन बाधित तेज हवाओं की भेंट चढ़ी दर्जनों झोपड़ियां कुल 27.4 मिमी हुई बारिश

By Dharmendra Kumar SinghEdited By: Publish:Sun, 09 May 2021 10:51 AM (IST) Updated:Sun, 09 May 2021 10:51 AM (IST)
उत्तर बिहार के कई जिलों में आंधी-पानी और ओलावृष्टि से आवागमन बाधित, आधा दर्जन मकान ध्‍वस्‍त
शिवहर जिले के तरियानी में ओलों से पटा घर। जागरण

शिवहर, जासं। उत्तर बिहार में मौसम में अचानक बदलाव की वजह से कई जिलों में आंधी-पानी और ओलावृष्टि से भारी नुकसान सूचना है। शिवहर और समस्तीपुर में इसका खासा प्रभाव है। शिवहर में रविवार की अलसुबह आई तेज आंधी-पानी और ओलावृष्टि से जनजीवल अस्त-व्यस्त होकर रह गया है। जिले के चार प्रखंडों में आंधी-पानी का असर दिखा। वहीं तरियानी प्रखंड में आंधी-पानी के साथ ओलावृष्टि ने कहर बरपाया। तरियानी में कई इलाकों में पेड़ गिरने से मकान क्षतिग्रस्त हो गया। वहीं दर्जनों घरों की छप्पर और एसबेस्टस उड़ गए। वहीं दर्जनों झोपड़ियां भी हवा की तेज झोंकों में उड़ गई। पेड़, छप्पर, एसबेस्टस, पानी टंकी, दुकान के बोर्ड और सरकारी हार्डिंग भी हवा में उड़ गई। कई इलाकों की सड़कें और खेत ओलों से पट गई। इसके चलते लाखों की संपत्ति को नुकसान पहुंचा है। आंधी-पानी और ओलावृष्टि का सर्वाधिक प्रभाव तरियानी प्रखंड की बंसी पचरा, नरवारा, सोनबरसा, छतौनी, कुम्हरार, किशुनपुर, सिरसिया, लदौरा, ताजपुर, मरहल्ला और शरीफ नगर पंचायत में दिखा हैं। नरवारा में बिंदा साह के मकान के पास शिवहर-मुजफ्फरपुर स्टेट हाईवे पर विशाल पेड़ गिरने से आवागमन पूरी तरह बाधित हो गया है। सोनबरसा और बंसी पचरा में भी कई स्थानों पर पेड़ गिरने से आवागमन ठप है। स्थानीय लोग आवागमन को सामान्य करने में लगे है। बताया गया हैं कि, रविवार की तड़कें सुबह साढ़े चार बजे जब गांव के लोग गहरी नींद में थे।

अचानक तेज हवाओं के साथ आई आंधी-पानी ने लोगों को दहला दिया। मकान हिलने लगा। जबतक लोग नींद से जगते और बचने का उपाय करते ओलावृष्टि होने लगी। बड़े-बड़े ओला गिरने लगे। ओलावृष्टि से घर, मकान, खेत और सड़क पट गया। लोग कुछ समझते इसके पूर्व मकान और पेड़ गिरने लगे। दहशतजदा लोगों ने जैसे-तैसे अपनी जान बचाई। तकरीबन एक घंटे तक तबाही मचाने के बाद आंधी-पानी समाप्त हुआ। लोगों की माने तो पिछले साल भी इन इलाकों में आंधी-पानी और ओलावृष्टि ने तबाही मचाई थी। इधर, तरियानी में 27.4 मिमी बारिश रिकार्ड किया गया है। जबकि, पुरनहिया में 8.8, डुमरी कटसरी में 10.2, पिपराही में 9.8 मिमी और शिवहर प्रखंड में 2.6 मिमी बारिश रिकार्ड किया गया है। इधर, डीएम सज्जन राजशेखर ने अधिकारियों को घटनास्थल का दौरा कर राहत और बचाव कार्य करने तथा क्षति से संबंधित रिपोर्ट तलब की है।

 

समस्तीपुर में आंधी पानी के साथ ओलावृष्टि

समस्तीपुर। समस्तीपुर में रविवार की सुबह तेज आंधी के साथ हुई हल्की बारिश और ओलावृष्टि से जहां एक ओर मौसम खुशगवार हो गया। वहीं दूसरी तरफ किसानों के माथे पर चिता की लकीरें उभर आईं। तेज आंधी और ओलावृष्टि से किसानों के खेतों में सब्जियों को नुकसान पहुंचा।जिले में रविवार सुबह से बादल छाए रहे। तेज आंधी के साथ ग्रामीण क्षेत्रों में हल्की बारिश हुई। कल्याणपुर प्रखंड के कुछ गांव में ही बारिश हुई। जबकि शहरी क्षेत्रों में सिर्फ बारिश हुई। इसके बाद फिर से धूप निकली है।

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