एक साथ निकले तीन जनाजे, नम आंखों से दी विदाई

सकरा में एक साथ तीन महिलाओं की ट्रेन से कटकर मौत के बाद शनिवार की दोपहर तीन बजे तीनों का जनाजा एक साथ निकला।

By JagranEdited By: Publish:Sun, 07 Jun 2020 01:34 AM (IST) Updated:Sun, 07 Jun 2020 06:16 AM (IST)
एक साथ निकले तीन जनाजे, नम आंखों से दी विदाई
एक साथ निकले तीन जनाजे, नम आंखों से दी विदाई

मुजफ्फरपुर : सकरा में एक साथ तीन महिलाओं की ट्रेन से कटकर मौत के बाद शनिवार की दोपहर तीन बजे तीनों का जनाजा एक साथ निकला। संजीदा शबाना व सहाना के परिजन व बच्चों का रो-रोकर बहुत ही बुरा हाल था। संजिदा के पति मो. सलाउद्दीन के उपर तीन बेटी व एक बेटा की जिम्मेवारी आ गई है। शबाना के पति मो. नूर मुंबई में मजदूरी करते हैं। उन्हें तीन लड़का व तीन लड़की है। पत्नी की मौत की खबर सुनने के बाद वे अबतक नहीं आ सके। उनके पिता अब्दुल कयूम लाचार हैं। बहू शबाना ही उनकी देखरेख करती थी। शहाना के पति मोहम्मद शमशाद दिल्ली में मजदूरी कर अपने चार बच्चों व पत्नी का भरण पोषण करते हैं। पत्‍‌नी की मौत की खबर ने सबको झकझोर कर रख दिया है। पति की मौजूदगी के बगैर ही सहाना व शबाना को सुपुर्द ए खाक कर दिया गया। गांव में नहीं जले चूल्हे, हर तरफ मातमी सन्नाटा

सकरा थाना क्षेत्र के मिश्रौलिया के वार्ड -10 की तीन महिलाओं की ट्रेन से कटकर मौत होने के बाद गांव में एक भी चूल्हा नहीं जला। हर तरफ मातमी सन्नाटा पसरा रहा। मृतका के स्वजनों के क्रंदन से माहौल गमगीन हो गया।

ट्रेन से कट गई हैं जल्दी आ जाइए..

संयोगवश संजिदा का मोबाइल हादसे में नहीं टूटा था। उसके पति सलाउदीन द्वारा दो- तीन प्रयास करने के बाद घटनास्थल पर उपस्थित ग्रामीणों ने यह सूचना दी कि तीनों ट्रेन से कट गई हैं। मो.सलाउद्दीन सुजावलपुर चौक पर खैनी की दुकान कर रोजी-रोटी चलाते हैं। इस सूचना के बाद वे घटनास्थल पर पहुंचे तो अपनी पत्नी के क्षत-विक्षत शव को देख बेसुध हो गए। उसने बताया कि उसका गैस चूल्हा खराब था जिस कारण उसका पुत्र साइकिल से गैस चूल्हा लेकर आया था और उसकी पत्नी पैदल ही आने वाली थी। एक घटा बीत जाने के बाद जब मैंने मोबाइल पर कॉल किया तो ग्रामीणों ने ट्रेन से कटकर मौत होने की सूचना दी।

दिल्ली में फंसे हैं शहाना के पति

शहाना के पति दिल्ली में रहकर मजदूरी करते हैं। वे लॉकडाउन में वहीं फंसे हुए हैं। उन्हीं की कमाई से घर चलता है। बैंक से रुपये निकालने अपनी गोतनी संजिदा के साथ रेलवे लाइन के रास्ते सकरा जा रही थी।

मुंबई में मजदूरी करता है शबाना का पति

शबाना का पति मो.नूर आलम मुंबई में रहकर मजदूरी करता है जो लॉकडाउन के कारण वहीं फंसा है। उसके तीन पुत्री व तीन पुत्र है। पुत्र का अपेंडिक्स का ऑपरेशन हुआ है। वहीं, ससुर की स्थिति अच्छी नहीं है। पति के भेजे रुपयों से घर चलाती थी। उसके चले जाने के बाद उन्हें देखने वाला कोई नहीं।

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