नारकीय जीवन जी रहे हजारों परिवार, नगर निगम प्रशासन बना बेपरवाह

नगर निगम की नाकामी से शहरी क्षेत्र में रह रहे हजारों परिवारों को पिछले तीन माह से नारकीय जीवन जीना पड़ रहा है।

By JagranEdited By: Publish:Tue, 13 Oct 2020 10:29 PM (IST) Updated:Tue, 13 Oct 2020 10:29 PM (IST)
नारकीय जीवन जी रहे हजारों परिवार, नगर निगम प्रशासन बना बेपरवाह
नारकीय जीवन जी रहे हजारों परिवार, नगर निगम प्रशासन बना बेपरवाह

मुजफ्फरपुर : नगर निगम की नाकामी से शहरी क्षेत्र में रह रहे हजारों परिवारों को पिछले तीन माह से नारकीय जीवन जीना पड़ रहा है। शहर के एक दर्जन से अधिक मोहल्ले ऐसे है जहां तीन माह से बारिश का पानी जमा है। जमा पानी सड़कर काला हो चुका है और आसपास रहने वालों की सेहत का नुकसान पहुंचा रहा है। लेकिन नगर निगम प्रशासन इससे बेपरवाह बना हुआ है।

नगर निगम के अधिकारी जलजमाव से निजात दिलाने की सिर्फ बातें कर रहे है, समस्या को दूर नहीं कर रहे।

वार्उ 31 स्थित रामदयालु स्टेशन रोड, केंद्रीय विद्यालय रोड एवं आनंद मार्ग कॉलोनी, वार्ड 30 स्थित सादपुरा किला मोहल्ला, पीसी वर्मा लेन, शनिचरा स्थान एवं भज्जू साह लेन माता जी गली, वार्ड 32 स्थित मिल्की टोला, पोखरिया पीर महादलित बस्ती, आनंद मार्ग रोड, कामेश्वरी बिहार कॉलोनी एवं कृष्णा नगर, वार्ड 34 स्थित बैंकर्स कॉलोनी, पड़ाव पोखर लेन नंबर वन एवं आम बोला ओवर ब्रिज रोड, वार्ड सात स्थित आनंदपुरी आदि ऐसे कई मोहल्ले हैं जहां जुलाई माह से लगातार बारिश का पानी लगा है। लोग घरों में कैद हैं। महिलाओं एवं बच्चों का घर से निकलना मुश्किल है। पानी जमा रहने के कारण कई सड़कें टूट गई हैं और पानी के बीच सड़क में बड़े-बड़े गड्ढे बन गए हैं, जिसके शिकार होकर लोग घायल हो रहे हैं। पार्षदों को झेलनी पड़ रही नाराजगी जलजमाव के कारण संबंधित वार्ड के पार्षदों को प्रभावित लोगों की नाराजगी का भी सामना करना पड़ रहा है। वहीं पार्षदों की अपनी पीड़ा है। उनका कहना है कि वे समस्या से मुक्ति दिलाने के लिए निगम अधिकारियों से कहते-कहते थक चुके हैं, सुनवाई ही नहीं होती। वार्ड 30 की पार्षद सुरभि शिखा का कहना है कि जमा पानी निकासी को लेकर वार्ड जमादार एवं अंचल निरीक्षक से बात की जाती है तो वे पल्ला झाड़ लेते हैं और नगर आयुक्त से बात करने को कहते हैं। वार्ड 32 की पार्षद गीता देवी का कहना है कि जलजमाव की समस्या हल नहीं होने से उनको लोगों की नाराजगी झेलनी पड़ रही है। वार्ड 31 की पार्षद रूपम कुमारी, वार्ड 34 की पार्षद सालेहा खातून, वार्ड सात की पार्षद सुषमा देवी का कहना है कि अधिकारी सिर्फ काम हो जाएगा की बात करते हैं, कब होगा यह बताते नहीं।

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कोट : 'जलजमाव को लेकर नगर आयुक्त की उपस्थिति में बैठक हुई थी। बैठक में अंचल निरीक्षकों एवं वार्ड जमादारों को एक सप्ताह के अंदर जिन इलाकों में बारिश का पानी जमा है उसको निकालने का आदेश दिया गया था। इसके बाद भी उनके द्वारा काम नहीं किया जा रहा। इस संबंध में नगर आयुक्त से बात करूंगा।'

- सुरेश कुमार, महापौर

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