शिवहर में रेफर की मजबूरी और खून के अभाव में मरीजों की मौत पर लगेगा ब्रेक
शिवहर सदर अस्पताल में ब्लड बैंक सेवा का होगा ग्रैंड उद्घाटन अंतिम चरण में काम ब्लड बैंक में रक्त संग्रहण से लेकर रक्तदान तक की पूरी व्यवस्था होगी। उद्घाटन की तैयारियां जारी इस अवसर पर होगा मेगा रक्तदान शिविर का आयोजन।
शिवहर, जासं। शिवहर के मरीजों की अब खून के अभाव में मौत नहीं होगी। लंबे समय से चिकित्सकों की रेफर करने की मजबूरी और खून के अभाव में मरीज की मौत की नियति पर अब ब्रेक लगेगा। शिवहर सदर अस्पताल में बहुत जल्द ब्लड बैंक सेवा की भी शुरूआत हो जाएगी। ब्लड बैंक में रक्त संग्रहण से लेकर रक्तदान तक की पूरी व्यवस्था होगी। ब्लड बैंक के उदघाटन के लिए स्वास्थ्य विभाग द्वारा जोर-शोर से तैयारियां जारी है। लाइसेंस की प्रक्रिया भी अंतिम दौर में है।
सिविल वर्क का काम हो चुका है। इंजीनियरिंग वर्क का काम अंतिम चरण में है। अलग-अलग एजेंसी के जिम्मे काम रहने की वजह से थोड़ा वक्त लगा है। लेकिन जिले की स्थापना के बाद का अबतक का सबसे बड़ा सपना सच में साकार होने लगा है। वहीं इलाके की सबसे अहम सुविधा की शुरूआत होने वाली हैं। ब्लड बैंक की स्थापना के बाद मरीजों के प्रसव समेत आपरेशन की राह आसान होगी। रेफर करने की मजबूरी से मुक्ति मिलेगी। वहीं मरीजों को खून के अभाव में जिंदगी गंवाने की मजबूरी नहीं होगी। सीएस डॉ. आरपी सिंह ने बताया कि, ब्लड बैंक की स्थापना स्वास्थ्य विभाग की बड़ी उपलब्धि हैं। कोरोनाकाल में शिवहर स्वास्थ्य विभाग की व्यवस्था में सुधार और बदलाव कर आया हैं।
सीएस ने बताया कि, ब्लड बैंक का ग्रैंड उदघाटन होगा। साथ ही मेगा रक्तदान शिविर का भी आयोजन किया जाएगा। इसकी तैयारी जारी है। बताते चलें कि, शिवहर जिले में ब्लड बैंक जैसी कोई सुविधा नहीं थी। खून के अभाव में मरीजों को रेफर करना चिकित्सकों की मजबूरी और मेडिकल ले जाने के क्रम में मरीज की मौत मानों नियति बन चुकी थी। संघर्षशील युवा अधिकार मंच पिछले पांच सालों से ब्लड बैंक के लिए आंदोलन कर रही थी। सामाजिक कार्यकर्ता मुकुंद प्रकाश मिश्रा के नेतृत्व में धरना, प्रदर्शन और ज्ञापन का दौर जारी था। शहर में बड़े-बड़े बैनर पोस्टर लगाए गए थे। पुल निर्माण के लिए दाढ़ी नहीं कटाने का संकल्प लेने वाले सामाजिक कार्यकर्ता संजय संघर्ष सिंह ने शिवहर सदर अस्पताल में रक्तदान करने की दूसरी शपथ लेकर शासन-प्रशासन का ध्यान आकृष्ट कराया था। आखिरकार, डीएम सज्जन राजशेखर और सीएस डॉ. आरपी सिंह की मजबूत पहल के बाद सदर अस्पताल में ब्लड बैंक की राह आसान हुई है।