Muzaffarpur Crime: शराब धंधेबाजों की गिरफ्तारी को पहुंची पुलिस के साथ पहले भी कई बार हो चुकी मुठभेड़
मुजफ्फरपुर के साहेबगंज में एक दिन पूर्व शराब धंधेबाजों के साथ हुई थी मुठभेड़ बरूराज पारू व हथौड़ी में भी पुलिस पर चलाई गई थी गोलियां जवाबी कार्रवाई करते हुए पुलिस ने भी चलाई कई चक्र गोली ।
मुजफ्फरपुर, जासं। जिले में दो सालों के भीतर पुलिस व शराब धंधेबाजों के साथ कई बार मुठभेड़ हो चुकी है। एक दिन पूर्व ही साहेबगंज में शराब धंधेबाजों ने पुलिस पर फायरिंंग की थी। इसमें थानाध्यक्ष समेत अन्य पुलिसकर्मी बच गए थे। इसके बाद जवाबी कार्रवाई में पुलिस की तरफ से भी गोलियां दागी गई, मगर धंधेबाज भाग निकले थे। इसके पूर्व पारू, बरूराज व हथौड़ी व सकरा में भी शराब धंधेबाज के साथ पुलिस की मुठभेड़ हो चुकी है। वैसे तो पश्चिमी इलाका अपराधियों के लिए पूर्व से सुरक्षित जोन है। लगातार नकेल कसने को कार्रवाई चल रही। बावजूद अपराधी अपनी हरकत से बाज नहीं आ रहे।
पुलिस का कहना है कि गत साल बरूराज व पारू में शराब धंधेबाजों की गिरफ्तारी को गई पुलिस पर फायङ्क्षरग की गई थी। इसके बाद पुलिस की तरफ से भी जवाबी कार्रवाई करते हुए फायङ्क्षरग की गई। पुलिस व शराब धंधेबाजों के मुठभेड़ के बाद पारू इलाके से एक बड़े शराब धंधेबाज को पकड़ा गया था। उसके ठिकाने से भारी मात्रा में शराब जब्त की गई थी। इसके बाद बरूराज थाना क्षेत्र में गत साल शराब धंधेबाजों के ठिकाने पर जब पुलिस की टीम छापेमारी को पहुंची तो वर्दीधारियों को निशाना बनाते हुए फायङ्क्षरग की गई थी। इसमें चार धंधेबाज दबोचे गए थे और भारी मात्रा में शराब की खेप पकड़ी गई थी। इसके पहले हथौड़ी में पुलिस व उत्पाद टीम के साथ धंधेबाजों की मुठभेड़ हो चुकी है।
रेपुरा में बैंक लूट के दौरान ग्रामीणों व लुटेरों में हुई थी मुठभेड़
सरैया थाना के जैंतपुर ओपी के रेपुरा बाजार स्थित एसबीआइ की शाखा में पिछले आठ जुलाई को लूट की घटना घटी। बाइक से पहुंचे आधा दर्जन लुटेरों ने बैंक के अंदर फायरिंग कर लगभग 6.82 लाख रुपये लूट लिया। बैंक लूट की घटना की सूचना मिलते ही ग्रामीण वहां जमा हो गए। ग्रामीणों व लुटेरों में मुठभेड़ हुई। ग्रामीणों ने लुटेरों पर जमकर ईंट- पत्थर फेंका तो लुटेरों ने ग्रामीणों पर गोलियां बरसाई। ग्रामीणों ने काफी दूर तक पीछा किया, लेकिन लुटेरे पकड़ में नहीं आया। इस दौरान ग्रामीणों ने फायङ्क्षरग करते लुटेरों की मोबाइल से वीडियो तैयार कर ली थी। यह वीडियो पुलिस के लिए अहम सुराग साबित हुआ। एक सप्ताह के अंदर पुलिस ने चार लुटेरों को गिरफ्तार किया।