मुजफ्फरपुर के युवक ने मुख्यमंत्री नीतीश कुमार के सामने खोल दिया अभिलेखागार में अव्यवस्था की पोल
जिले के युवक ने सीएम को जनता दरबार में कहा राजस्व एवं निबंधन अभिलेखागार में बिना पैसा नहीं मिलता नकल बिचौलिये के कब्जे में रहने की भी दी जानकारी किसी स्तर पर शिकायत पहुंचने का भी कर्मचारियों को नहीं है भय
मुजफ्फरपुर, जासं। जिला राजस्व एवं निबंधन अभिलेखागार में नकल के लिए अवैध राशि लिए जाने एवं इसके बिचौलियों में कब्जे में होने का मामला मुख्यमंत्री नीतीश कुमार के पास पहुंच गया। जिले के कुढऩी प्रखंड के पुरुषोत्तमपुर के युवक शिवम कुमार ने जनता दरबार में मुख्यमंत्री को सीधे यह शिकायत की। बताया अभिलेखागार बिचौलियों के कब्जे में है। बिचौलिया सीधे कह देते हैं कि पैसा दीजिएगा तो नकल निकलेगा, नहीं तो लिखित में दे दिया जाएगा कि अभिलेख नष्ट हो चुका है। एक-एक नकल के लिए दस-दस हजार रुपये मांगा जाता है। मुख्यमंत्री ने मामले को गंभीरता से लिया। उन्होंने फोन पर ही राजस्व एवं भूमि सुधार विभाग के अपर मुख्य सचिव को मामले की गहराई से जांच का आदेश दिया।
सर, आपके बारे में भी कर्मचारी अभद्र बोलता है
शिकायत लेकर सीएम के पास पहुंचे शिवम ने अभिलेखागार की सच्चाई बयां कर दी। कहा, मुजफ्फरपुर राजस्व अभिलेखागार में नकल निकालने जाते हैं तो मुझे ही नहीं आपके बारे में भी कर्मचारी अभद्र बात बोलता है। यह कहने पर भी कि मुख्यमंत्री के यहां जा रहे तो कहा जाता है, ई सब चलैत रहै छै। कहै के बात ना हई। मुख्यमंत्री नै प्रधानोमंत्री के यहां जा। कउनो फरक पड़े वला ना हई।
सीएम बोले, दिखवाइए मुजफ्फरपुर में पैसा ले करके सब इधर-उधर करता है
शिकायत सुनते ही सीएम ने तुरंत राजस्व एवं भूमि सुधार विभाग के अपर मुख्य सचिव को फोन लगवाया। उन्होंने कहा, नौजवान मुजफ्फरपुर से आये हैं। जरा सुन लीजिए। यह कह रहा पैसा ले करके सब इधर से उधर करता है। तुरंत दिखवाइए जरा सा। शिकायत करने की बात कहने पर बोला जा रहा जाइए ना कहीं जाइए। इससे क्या फर्क पड़ता है। क्या मामला है। अंदर क्या कर रहा है। इसको जरूर भेजिए ऊपर से। इसकी जांच करवाइए विस्तृत।
शिकायत दर शिकायत, नहीं सुधर पाई व्यवस्था
जिला राजस्व अभिलेखागार में बिचौलियों के कब्जे को लेकर लगातार खबरें आती रहीं। इसके बावजूद प्रशासनिक स्तर से इस ओर लापरवाही ही रही। व्यवस्था में सुधार के नामपर यहां सीसीटीवी कैमरे लगा तो दिए गए, मगर यह कभी सही से चला नहीं। खराब बताकर इसे बंद रखने का खेल चलता है। कहने को तो यहां होमगार्ड के जवान रखे गए हैं, मगर बस कहने के लिए।सारी व्यवस्था बिचौलियों के हाथ में रहता है। सीएम के यहां शिकायत पहुंचने पर संभव है व्यवस्था बदल जाए। क्योंकि जिला प्रशासन की ओर से गड़बड़ी पर नियंत्रण नहीं हो सका।