मुजफ्फरपुर में कापर टी निकलवाने आई महिला को सात घंटे तक नहीं मिली चिकित्सक
बेपटरी चल रही है मुजफ्फरपुर सदर अस्पताल की इलाज व्यवस्था। महिलाओं का नहीं हो रहा इलाज। सिविल सर्जन की सख्ती का नहीं दिख रहा कोई भी असर। रोज आ रही शिकायत। कापर टी नहीं निकलवाने आ रही महिलाओं को झेलनी पड़ रहीं कई तरह की दिक्कतें।
मुजफ्फरपुर, जासं। सदर अस्पताल की इलाज व्यवस्था बेपटरी चल रही है। यहां महिलाओं का ििकसीभी तरह का कोई इलाज नहीं हो रहा है। सोमवार को कुढनी इलाके की एक महिला आशा सुनीता कुमारी के साथ आई। सुबह दस से लेकर चार बजे तक वह इधर से उधर भटकती रही। लेकिन उसका पुराना कापर टी नहीं निकला गया। आजीज आकर वह शाम में चार बजे सिविल सर्जन डा.विनय कुमार शर्मा के यहां पहुंची। सीएस गंभीर हुए तथा उपाधीक्षक को मोबाइल पर नाराजगी जताते हुए अविलंब इस काम को कराने पर बल दिया। सीएस कार्यालय के एक कर्मी को आशा के साथ लगा दिया। उपाधीक्षक कार्यालय से लेकर वह मातृ-शिशु सदन तक गया। लेकिन वहां चिकित्सक व एएनएम से मुलाकात नहीं हुई। उसको मंगलवार की सुबह नौ बजे आने का फरमान सुना दिया गया। मायूस होकर आशा व महिला सदर अस्पताल से निकल ली।
पैसा हो तो निजी में चले जाओ
सदर अस्पताल मातृ शिशु सदन में वह अपना पुराना कॉपर टी निकालने के लिए आई महिला आपबीती सुनाकर रोने लगी। आशा सबसे पहले उसकी पर्ची कटाकर, कोरोना जांच कराने के बाद उसको लेकर मातृ-शिशु सदन पहुंची। महिला ओपीडी में उसको सुझाव दिया गया कि एक्स रे कराकर लाइए। व जब एक्स रे लेकर गई तो वहां पर तैनात एएएनम बोली कि आप मेडिकल में जाइए। अगर पैसा है तो निजी अस्पताल में चले जाइए। यहां पर कोई उपाय नहीं है। उसके बाद वह थक-हार कर सीएस के पास पहुंची। जहां से उसके कॉपर टी निकालने की उम्मीद जगी।
डेंगू के तीन नए मरीज मिले
मुजफ्फरपुर : जलजमाव से अब डेंगू के मरीज बढऩे लगे हैैं। सोमवार को डेंगू के तीन नए मरीज मिले। इसके साथ ही जिले में इनकी संख्या बढ़कर 22 हो गई है। डेंगू के रोगी पिछले एक माह से लगातार मिल रहे हैं। नए मरीजों में एक मोतिहारी और दो शहरी क्षेत्र के बताए गए हंै।
जानकारी के अनुसार एसकेएमसीएच के ओपीडी में दिखाने आए पांच मरीजों को डेंगू का संदिग्ध मानकर जांच कराई गई। इनमें तीन में डेंगू की पुष्टि हुई। सीएस ने कहा कि सभी पीएचसी प्रभारियों से कहा गया है कि वह अपने इलाके में जहां डेंगू का मरीज मिले वहां छिड़काव कराएं।