मुजफ्फरपुर में महापौर की कुर्सी को लेकर निगम में कल से फिर शुरू होगी उठा-पटक
Muzaffarpur News कल तक अविश्वास प्रस्ताव पर चर्चा को महापौर निगम बोर्ड की बैठक नहीं बुलाते तो पार्षद तय करेंगे तिथि महापौर अपने फैसले पर अडिग कहां नगर आयुक्त ने नहीं किया अब तक आमंत्रित ।
मुजफ्फरपुर, जासं। दशहरा पूजा के समाप्त होते ही अब नगर निगम में महापौर की कुर्सी को लेकर सोमवार से उठा-पटक शुरू हो जाएगी। यदि आज महापौर सुरेश कुमार 25 पार्षदों द्वारा लाए गए अविश्वास प्रस्ताव पर चर्चा के लिए नगर निगम बोर्ड की विशेष बैठक नहीं बुलाते हैैं तो प्रस्ताव लाने वाले पार्षद स्वयं तिथि तय कर नगर आयुक्त को बैठक बुलाने को कहेंगे।
निगम के 25 वार्ड पार्षद 11 अक्टूबर को महापौर के खिलाफ अविश्वास प्रस्ताव लाए थे। महापौर की अनुपस्थिति पर पार्षदों ने उनके कार्यालय कक्ष के कर्मी को प्रस्ताव की कापी उपलब्ध कराई थी। साथ ही उनके कार्यालय कक्ष के मुख्य द्वार पर इसे चस्पा किया था। महापौर के आवास के पता पर भी निबंधित डाक से इसकी कापी भेजी गई थी। अधिनियम के अनुसार यदि महापौर सात दिनों के अंदर बैठक नहीं बुलाते तो प्रस्ताव लाने वाले पार्षद बैठक की तिथि निर्धारित कर सकते हैैं । वहीं दूसरी ओर सुरेश कुमार का कहना है कि उन्होंने अब तक महापौर का पदभार ग्रहण नहीं किया है। जब तक नगर आयुक्त उनको आमंत्रित कर पदभार ग्रहण नहीं कराते वे निगम कार्यालय नहीं आएंगे। जहां तक उनके खिलाफ प्रस्ताव लाने की बात है यह उनको नहीं पता । उनको ऐसा कोई प्रस्ताव नहीं मिला है।
प्रस्ताव लाने वाले पार्षदों की गोपनीय बैठक हुई, जिसमें आगे की रणनीति बनाई गई। महापौर द्वारा बैठक नहीं बुलाने की स्थिति में आगे क्या कदम उठाया जाए इस पर मंथन हुआ । दूसरी ओर पर्दे के पीछे से दोनों खेमों के राजनीतिक आका व सिपहसालार वर्तमान हालात से निपटने एवं पार्षदों की गोलबंदी में लगे हैं । महापौर खेमा वर्तमान हालात से निपटने के कानूनी पहलू को लेकर जानकारी से मंथन में लगा है ताकि कानून के दायरे में लाए गए प्रस्ताव की हवा निकाली जा सके । सभी अपनी अपनी रणनीति तैयार करने में जुट गए हैं।