Muzaffarpur: कोरोना की दूसरी लहर ने भी वृद्धों पर खूब ढाया कहर, कई जानें गईं
दरभंगा मुजफ्फरपुर बेतिया मोतिहारी समस्तीपुर मधुबनी व शिवहर में दूसरी लहर में 1677 (14 जून तक) लोगों की मौत हुई है। इनमें 1045 वृद्ध हैं। पहली लहर में 273 की मौत हुई थी। इनमें 204 वृद्ध थे। मुजफ्फरपुर में सबसे अधिक की हुई है मौत।
मुजफ्फरपुर, जाटी। कोरोना की दूसरी लहर थम सी गई है। जो आंकड़े सामने आ रहे उसके अनुसार इस बार भी सर्वाधिक मार वृद्धों पर पड़ी है। उत्तर बिहार के विभिन्न जिलों से स्वास्थ्य विभाग से मिले आंकड़े तो यही कहते हैं। दरभंगा, मुजफ्फरपुर, बेतिया, मोतिहारी, समस्तीपुर, मधुबनी व शिवहर में दूसरी लहर में 1677 (14 जून तक) लोगों की मौत हुई है। इनमें 1045 वृद्ध हैं। पहली लहर में 273 की मौत हुई थी। इनमें 204 वृद्ध थे।
दरभंगा मेडिकल कॉलेज व अस्पताल (डीएमसीएच) में दूसरी लहर में 145 लोगों की मौत हुई है। इनमें 60 वर्ष से अधिक आयुवर्ग के 46 लोग हैं। 40 वर्ष से अधिक के 42, 30 वर्ष से अधिक के नौ की मौत हुई है। पहली लहर में यहां 40 की मौत हुई थी, जिनमें 25 वृद्ध थे। सिविल सर्जन कार्यालय के अनुसार बेतिया में कोरोना से 353 लोगों की मौत हुई। इनमें 60 से अधिक आयुवर्ग के 141 लोग हैं। 40 से 60 आयुवर्ग के 165, 20 से 40 आयुवर्ग के 42 और 0 से 20 आयुवर्ग के पांच लोगों की मौत हुई है। पहली लहर में यहां 34 लोगों की मौत हुई थी। इनमें वृद्धों की संख्या 20 थी। मोतिहारी में दूसरी लहर में 277 लोगों की मौत हुई है। इनमें 193 वृद्ध हैं। यहां पहली लहर में 34 की मौत हुई थी, जिनमें 27 की उम्र्र 55 वर्ष से अधिक थी।
सिविल सर्जन कार्यालय, मुजफ्फरपुर के अनुसार जिले में दूसरी लहर में 689 लोगों की मौत हुई है। इनमें 573 वृद्ध हैं। यहां 30 से 50 आयुवर्ग के 116 लोगों की मौत हुई है। पहली लहर में 117 की मौत हुई थी। इनमें 50 से अधिक आयुवर्ग के 102 लोग थे। मधुबनी में दूसरी लहर में 135 लोगों की मौत हुई है। वृद्धों की संख्या 55 है। पहली लहर में तीन की मौत हुई थी। सभी वृद्ध थे। सिविल सर्जन कार्यालय के अनुसार समस्तीपुर में 60 लोगों की मौत हुई है। इनमें 55 से अधिक आयुवर्ग के 23 लोग शामिल हैं। बीती लहर में 44 लोगों की मौत हुई थी। इनमें 27 वृद्ध थे। जिला स्वास्थ्य समिति कार्यालय के अनुसार शिवहर में पहली लहर में महज एक मौत हुई थी। दूसरी लहर में 18 की मौत हुई है। इनमें 14 वृद्ध हैं। डीएमसीएच अधीक्षक डॉ. मणिभूषण शर्मा ने बताया कि अधिकतर वृद्ध कई तरह की बीमारियों से ग्रसित रहते हैं। इसमें जो गंभीर रूप से पीडि़त हुए और जिनकी इम्युनिटी कमजोर थी, उनकी मौत हुई।