बारिश ने और बढ़ाई मुजफ्फरपुर के लोगों की पीड़ा, सड़कों पर फैला कचरा

सबसे खराब हालत मोतीझील की हैं। यहां हल्की बारिश में ही जलजमाव हो गया है। जमा पानी में कचरा तैर रहा है। इससे बाजार से होकर गुजरना मुश्किल हो गया है। पहले कोरोना फिर जलजमाव और अब कचरे से मोतीझील के व्यवसायी त्रस्त हैं।

By Ajit KumarEdited By: Publish:Wed, 15 Sep 2021 11:19 AM (IST) Updated:Wed, 15 Sep 2021 11:19 AM (IST)
बारिश ने और बढ़ाई मुजफ्फरपुर के लोगों की पीड़ा, सड़कों पर फैला कचरा
निगम की हड़ताल और जलजमाव से नारकीय हालात झेल रहे शहरवासी। फोटो- जागरण

मुजफ्फरपुर, जासं। नगर निगम कर्मचारियों की हड़ताल से पहले से ही शहर की मुख्य सड़कों से लेकर गली-मोहल्लों तक में कचरे का अंबार लगा है। ऐसे में मंगलवार को दिनभर हुई हल्की बारिश से शहर में नारकीय हालात पैदा हो गए। शहरवासियों की पीड़ा और बढ़ गई है। अब पानी व कचरा मिलकर सड़ांध पैदा कर रहा है। इससे लोगों का जीना मुहाल हो गया है।

सबसे खराब हालत मोतीझील की हैं। यहां हल्की बारिश में ही जलजमाव हो गया है। जमा पानी में कचरा तैर रहा है। इससे बाजार से होकर गुजरना मुश्किल हो गया है। पहले कोरोना, फिर जलजमाव और अब कचरे से मोतीझील के व्यवसायी त्रस्त हैं। वहीं माल गोदाम चौक पर कचरे का अंबार लगा है। बारिश से जमा कचरा सड़क पर फैल गया है। इससे वहां से गुजरने वालों को नाक पर रुमाल रखना पड़ रहा है। कई इलाकों में तो महामारी फैलने जैसी स्थिति उत्पन्न हो गई है, जिससे लोग सहमे हैं।

शहर से प्रतिदिन निकलता है 200 टन कचरा

शहर से प्रतिदिन 200 टन कचरा निकलता है। हड़ताल से इसका निष्पादन नहीं हो रहा है। रात में निजी चालकों की मदद से निगम प्रशासन जेसीबी व हाईवा की मदद से कुछ कचरे का उठाव करा रहा है। इसके बाद भी शहर में 1200 टन कचरा पड़ा है। हड़ताल लंबी चली तो स्थिति और खराब हो सकती है।  

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