शिवहर में युवाओं के संघर्ष से ब्लड बैंक की स्थापना की राह हुई आसान
शिवहर सदर अस्पताल में ब्लड बैंक की होगी स्थापना। 8.52 लाख लागत से होगा निर्माण शिवहर के संवेदक को मिला निर्माण का जिम्मा। सदर अस्पताल में सीटी स्कैन और आरटीपीसीआर की सुविधा जल्द। पांच मंजिला होगा सदर अस्पताल का भवन।
शिवहर, जागरण संवाददाता। शिवहर के युवाओं के लंबे संघर्ष के अलावा डीएम और सीएस की मजबूत पहल के बाद शिवहर में ब्लड बैंक की स्थापना की राह आसान हो गई है। कुल 8.52 लाख की लागत से शिवहर सदर अस्पताल में ब्लड बैंक की स्थापना की जाएगी। टेंडर के बाद शिवहर के एक संवेदक को निर्माण की जिम्मेदारी मिली है। डीपीएम पंकज कुमार मिश्रा के अनुसार एक माह के भीतर सदर अस्पताल में ब्लड बैंक की स्थापना हो जाएगी। इसके साथ ही खून के अभाव में मरीज को रेफर करने की चिकित्सकों की मजबूरी समाप्त हो जाएगी। वहीं खून के अभाव में मौतों का सिलसिला भी थमेगा।
बताते चलें कि, जिले की स्थापना के ढाई दशक बाद भी शिवहर में ब्लड बैंक की स्थापना नहीं हो सकी है। पांच-छह साल पूर्व मातृ-शिशु अस्पताल में रक्त संग्रहण केंद्र की स्थापना की पहल की गई थी। उपकरण की भी खरीदारी की गई थी। लेकिन तमाम उपकरण बर्बाद हो गए थे। इधर, मुकुंद प्रकाश मिश्रा के नेतृत्व में संघर्षशील युवा अधिकार मंच नामक संगठन पिछले पांच साल से आंदोलन चला रही थी। वर्ष 2017 में आंदोलन को गति मिली थी। विधानसभा चुनाव के बाद लगातार हस्ताक्षर अभियान चलाया जा रहा था। हाल ही में पूरे शहर की सड़क, प्रमुख चौक-चौराहा बाजार और सार्वजनिक वाहनों पर पोस्टर चस्पाकर शिवहर को चाहिए ब्लड बैंक अभियान चलाया गया था। जबकि, मुकुंद प्रकाश मिश्रा लगातार ब्लड बैंक को लेकर आरटीआई लगा रहे थे। मामला विधान सभा में भी उठा था।
स्वास्थ्य मंत्री मंगल पांडेय ने तीन माह का वक्त लिया था। उधर, मुकुंद के अलावा संजय संघर्ष सिंह भी ब्लड बैंक के मुद्दे पर लगातार प्रशासन का ध्यान आकृष्ट करा रहे थे। इसी बीच स्वास्थ्य सेवा के क्षेत्र में दिल खोलकर मदद करने वाले विधान पार्षद मो. फारूख शेख ने दो दिन पहले ही कहा था कि, अगर सरकार ब्लड बैंक की स्थापना नहीं करा पाती है तो वह अपनी ओर से पहल करेंगे। इसी बीच स्वास्थ्य विभाग ने टेंडर निकाल संवेदक से करार कर बड़ी सौगात दी है।
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बदली सदर अस्पताल की तस्वीर:::
शिवहर सदर अस्पताल की तस्वीर बदल गई है। वेंटिलेटर की सेवा और आक्सीजन बेड से लैस सदर अस्पताल की व्यवस्था, निजी नर्सिंग होम से भी बेहतर दिख रही है। इस बीच अस्पताल में लिफ्ट निर्माण का काम जारी है। आक्सीजन प्लांट भी शीघ्र तैयार हो जाएगा। इन सबके बीच सदर अस्पताल में सीटी स्कैन की सुविधा और आरटीपीसीआर जांच सुविधा जल्द शुरू हो जाएगी। वहीं सरोजा सीताराम सदर अस्पताल के भवन को तीन से पांच मंजिल में विकसित किया जाएगा। सीएस डॉ. आरपी सिंह ने बताया कि, अस्पताल भवन के विस्तार के लिए सरकार को प्रस्ताव भेजा गया है। कक्ष की कमी की वजह से अस्पताल भवन को विकसित करने के लिए प्रस्ताव भेजा गया है। स्वीकृति मिलते ही निर्माण शुरू कराया जाएगा।