समस्तीपुर में बढ़ती जा रही है पीएनबी में हुए गबन के शिकार ग्राहकों की संख्या

Samastipur News बड़े पैमाने पर राशि गबन करने के बाद बहुत सारे ग्राहकों को नहीं लौटाया गया पासबुक सीएसपी संचालक संभालते थे मेन ब्रांच का कैश काउंटर सीएसपी संचालक की गिरफ्तारी के लिए तेजी से छापेमारी जारी।

By Dharmendra Kumar SinghEdited By: Publish:Sat, 17 Jul 2021 05:40 PM (IST) Updated:Sat, 17 Jul 2021 05:40 PM (IST)
समस्तीपुर में बढ़ती जा रही है पीएनबी में हुए गबन के शिकार ग्राहकों की संख्या
समस्‍तीपुर में पंजाब नेशनल में गबन की श‍िकायत। प्रतीकात्‍मक तस्‍वीर

समस्तीपुर, जासं। पटोरी प्रखंड के चकसलेम गांव में संचालित पंजाब नेशनल बैंक के सीएसपी में हुए गबन का मामला अब नया मोड़ लेता जा रहा है। इस गबन में पीडि़त ग्राहकों की संख्या बढ़ती जा रही है। कई ऐसे ग्राहक भी अब पटोरी थाने पर आ रहे हैं जिनके पैसे का गबन कर उनका पासबुक रख लिया गया था। कुछ ग्राहकों ने बताया कि गबन के मामले को छिपाने के लिए पंजाब नेशनल बैंक की पटोरी शाखा के द्वारा पासबुक अपडेट नहीं किया जाता था और उन्हें यह कह कर लौटा दिया जाता था कि मशीन खराब है या स्टाफ कम हैं।

सीएसपी संचालक संतोष कुमार पूरे दिन पंजाब नेशनल बैंक में ही अवैध रूप से ड्यूटी करता था और कैश काउंटर संभालता था। इधर, पटोरी के थानाध्यक्ष मुकेश कुमार ने बताया है कि मामले की गंभीरता से जांच की जा रही है और सीएसपी संचालक के भाई मिथिलेश कुमार को जेल भेजने के बाद संचालक संतोष की गिरफ्तारी के लिए भी कई ठिकानों पर छापेमारी की गई है। बैंक की पंजी को जब्त कर लिया गया है तथा छानबीन की जा रही है। एएसपी विजय कुमार के नेतृत्व में जांच कार्य चल रहा है। एएसपी विजय कुमार ने बताया कि इस घटना के पश्चात कई खाताधारक इस गबन की शिकायत लेकर पटोरी थाने पर पहुंच रहे हैं। उन्हें कहा गया है कि वे अपने खाते को अपडेट कराकर ले आएं। उनके खातों की संख्या को सूचीबद्ध किया जा रहा है।

पुलिस सूत्रों से मिली जानकारी के अनुसार अभी तक लगभग 3 दर्जन ऐसे खाताधारक अपनी शिकायत लेकर पहुंचे हैं जिनके साथ भी ऐसा ही हुआ है। ज्ञात हो कि चकसलेम गांव में पीएनबी के सीएसपी संचालक के द्वारा दर्जनों खाताधारकों के पैसे जमा किए गए थे और उन्हें पावती रसीद मुहर मार कर दे दिया गया था ङ्क्षकतु राशि खाते में दर्ज नहीं की गई थी। जब मामले का उछ्वेदन हुआ तो वह संचालक फरार हो गया। सबसे आश्चर्य की बात यह कि वह संचालक अपनी सीएसपी में न रहकर पंजाब नेशनल बैंक के मेन ब्रांच में रहता था और वहां का कैश काउंटर संभालता था। अवैध ढंग से किए जा रहे इस कार्य में उसे उस ब्रांच के शाखा प्रबंधक की खुली छूट मिली हुई थी। इतना ही नहीं उसका छोटा भाई भी कैश काउंटर संभालता था, जबकि शाखा प्रबंधक मो.कासिम का कहना है किसके छोटे भाई को पानी पिलाने और अन्य बाहरी कार्यों के लिए रखा गया था।

chat bot
आपका साथी