शहीद अमन द्वार की मंत्री ने रखी आधारशिला, है नमन उनको कि जिनके सामने बौना हिमालय...

भारत मां की जय से गूंजा क्षेत्र । मोहिउद्दीनगर- वाकरपुर सुलतानपुर पथ पर होगा निर्माण। शहीद अमन के पिता को सम्मानित किया गया।

By Ajit KumarEdited By: Publish:Fri, 14 Aug 2020 10:21 PM (IST) Updated:Fri, 14 Aug 2020 10:21 PM (IST)
शहीद अमन द्वार की मंत्री ने रखी आधारशिला, है नमन उनको कि जिनके सामने बौना हिमालय...
शहीद अमन द्वार की मंत्री ने रखी आधारशिला, है नमन उनको कि जिनके सामने बौना हिमालय...

समस्तीपुर, जेएनएन। चीन के गलवान घाटी में दुश्मनों को मारते-मारते शहीद हुए सैनिक अमन की शहादत को सलाम करने सूबे के सहकारिता मंत्री राणा रंधीर सिंह शुक्रवार को यहां पहुंचे। कहा अमन की शहादत पर पूरा देश गौरवान्वित है। आज उनकी ऊंचाई के सामने हिमालय भी बौना बना हुआ है। स्वतंत्रता दिवस के पूर्व वीर शहीद अमन के नाम पर अमन द्वार का शिलान्यास करना मेरे खुद के लिए गर्व की बात है। पूरे क्षेत्र के लोगों को मैं धन्यवाद देते हुए आभार प्रकट करता हूं। हमेशा से यहां की धरती वीर सपूतों की रही है।

धन्य है वे माता पिता व सुलतानपुर की घरती जिन्होंने ऐसे वीर सपूत को जन्म देकर हमें गौरवान्वित किया है। बाद में उन्होंने मोहिउद्दीनगर - वाकरपुर पथ पर अमन द्वार के निर्माण की आधारशिला रखी। इस द्वार का निर्माण जिला परिषद उपाध्यक्ष अनिल सिंह अपने निजी कोष से कराएंगे। इसके पूर्व मंत्री एवं शहीद अमन के पिता को सम्मानित किया गया। आयोजित कार्यक्रम की अध्यक्षता अनिल सिंह ने की। संचालन मंडल अध्यक्ष प्रभात रंजन यादव ने किया। मौके पर भाजपा जिलाध्यक्ष उपेन्द्र कुशवाहा, रामसुमरन सिंह, मनोज गुप्ता, शैलेन्द्र सिंह, नारेन्द्र सिंह, सत्येन्द्र सिंह, राजकपूर सिंह, उमाशंकर सिंह, विमला सिंह,अमर रंजन ,राजेश सिंह, पिंकु सिंह, सुनील सिंह, कारू सिंह , अमरेन्द्र अमर, धर्मवीर कुुंवर, जीतू सिंह, प्रभात रंजन यादव, वालेश्वर सिंह, हरिनारायण सिंह हरि ,रामबहादुर सिंह ,बीडीओ कृष्ण कुमार सिंह, सीओ प्रमोद रंजन, थानाध्यक्ष सुमन कुमार, राजकिशोर राय, प्रदीप चौधरी, कामेन्द्र सिंह, भारतेन्दु सिंह सहित काफी संख्या मे क्षेत्र के आम अवाम उपस्थित रहे।

गलवान सीमा पर शहीद हुए थे अमन

भारत व चीनी सैनिकों के बीच पूर्वी लद्दाख स्थित गलवान घाटी मे भारत माता की रक्षा की खातिर चीनी सैनिक के साथ हुई हिंसक झड़प में सुल्तानपुर का यह लाल शहीद हो गया था। 17 जून को जब अमन के शहादत की खबर पैतृक गांव पहुंची तो पूरा इलाका गम के सागर में डूब गया था। अमन का अंतिम संस्कार अगले दिन 19 जुन को सुलतानपुर गंगा तट पर पूरे सैनिक सम्मान के साथ किया गया था। 

chat bot
आपका साथी