डॉक्‍टर के बेटे आदित्य की हत्या मामले का मुख्य आरोपी श‍िवहर से गिरफ्तार

पिपराही थानाध्यक्ष अनिल कुमार के नेतृत्व में पुलिस की टीम ने हरिओम ठाकुर को किया गिरफ्तार साढ़े पांच माह बाद आया पुलिस की गिरफ्त में पिपराही थाना क्षेत्र के माधोपुर गांव में होली के दिन चाकू से गोद कर की गई थी आदित्य उर्फ पिंकू की हत्या।

By Dharmendra Kumar SinghEdited By: Publish:Sun, 12 Sep 2021 02:48 PM (IST) Updated:Sun, 12 Sep 2021 02:48 PM (IST)
डॉक्‍टर के बेटे आदित्य की हत्या मामले का मुख्य आरोपी श‍िवहर से गिरफ्तार
शिवहर में गिरफ्तार हत्यारोपी के साथ पुलिस अधिकारी। जागरण

शिवहर, जासं। जिले के पिपराही थाना क्षेत्र के माधोपुर गांव में आदित्य कुमार सिंह उर्फ पिकू सिंह (18) की चाकू गोदकर हत्या मामले में पिपराही पुलिस ने मुख्य आरोपी हरिओम ठाकुर को गिरफ्तार कर बड़ी सफलता हासिल की हैं। हरिओम ठाकुर लंबे समय से फरार चल रहा था। उसकी गिरफ्तारी के लिए कोर्ट से भी वारंट जारी था। इस क्रम में गुप्त सूचना के आधार पर पिपराही थानाध्यक्ष अनिल कुमार के नेतृत्व में पुलिस की टीम ने रविवार को माधोपुर गांव में छापेमारी कर हरिओम ठाकुर को दबोच लिया। जिससे पूछताछ जारी है। थानाध्यक्ष अनिल कुमार ने बताया कि, हरिओम ठाकुर की गिरफ्तारी अहम है। वह वारदात के बाद से ही फरार चल रहा था। बताया कि, इस मामले में हरिओम ठाकुर के पिता राम बालक ठाकुर उर्फ भगलू ठाकुर और कमल ठाकुर को गिरफ्तार कर पूर्व में ही जेल भेजा जा चुका हैं। जबकि, हरिओम ठाकुर समेत कई आरोपी फरार चल रहे हैं। इनमें हरिओम ठाकुर पकड़ा गया हैं।

डीजे के विवाद में होली के दिन की गई थी आदित्य की हत्या

पिपराही थाना क्षेत्र के माधोपुर गांव में 29 मार्च को होली के दिन डीजे बजाने को लेकर चिकित्सक डॉ. उपेंद्र सिंह के इकलौते पुत्र आदित्य कुमार सिंह उर्फ पिकू सिंह का गांव के ही कुछ युवकों से विवाद हुआ था। इस दौरान उक्त युवकों ने मिलकर पहले पिकू सिंह की बेरहमी से पिटाई की।

वहीं चाकू मारकर गंभीर रूप से जख्मी कर दिया गया। पेट समेत शरीर के कई हिस्सों से प्रहार कर पिकू सिंह को अधमरा कर आरोपित भाग निकले। स्वजनों द्वारा इलाज के लिए स्थानीय अस्पताल में भर्ती कराया गया। जहां उसकी गंभीर स्थिति को देखते हुए चिकित्सक ने एसकेएमसीएच रेफर कर दिया। स्वजनों द्वारा उसे सीतामढ़ी के निजी क्लीनिक में भर्ती कराया गया। लेकिन, उसकी गंभीर स्थिति को देखते हुए चिकित्सक ने मुजफ्फरपुर रेफर कर दिया। 30 मार्च को मुजफ्फरपुर में इलाज के दौरान आदित्य की मौत हो गई थी। इसके बाद स्वजनों में कोहराम मच गया था। वारदात के 15 दिन बाद ग्रामीणों ने हत्यारोपियों की गिरफ्तारी की मांग को लेकर सड़क जाम कर उग्र प्रदर्शन भी किया था।

पांच के खिलाफ दर्ज कराई गई थी हत्या की प्राथमिकी

आदित्य के पिता डॉ. उपेंद्र सिंह द्वारा पिपराही थाने में प्राथमिकी दर्ज कराई थी। जिसमें हरिओम ठाकुर समेत पांच पर हत्या का आरोप लगाया था। पिपराही पुलिस ने त्वरित कार्रवाई करते हुए 30 मार्च को घटना में प्रयुक्त चाकू के साथ गांव के ही भगलु ठाकुर को गिरफ्तार कर न्यायिक हिरासत में भेज दिया था। बाद में कमल ठाकुर को भी गिरफ्तार कर जेल भेजा गया था।

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