बगहा के वीटीआर से सटे इलाकों में पहुंची बावरियों की टोली, अलर्ट

आम तौर पर बावरिये भोजन की तलाश में जंगल में प्रवेश करते हैं। कभी कभार वन्यजीवों का शिकार कर चुपके से निकल जाते। पिछले साल 11 दिसंबर को वन विभाग की टीम ने गोबर्द्धना क्षेत्र से चिड़ियों के मांस के साथ एक तस्कर को गिरफ्तार किया था।

By Ajit KumarEdited By: Publish:Thu, 25 Nov 2021 08:49 AM (IST) Updated:Thu, 25 Nov 2021 08:49 AM (IST)
बगहा के वीटीआर से सटे इलाकों में पहुंची बावरियों की टोली, अलर्ट
पिछले साल शिकारियों ने किया था जंगली चिड़िया का शिकार।

बगहा, जासं। खानाबदोश जीवन जीने वाले बावरियों की टोली पश्चिम चंपारण जिले में पहुंच चुकी है । इनके कई परिवार वाल्मीकि टाइगर रिजर्व से सटे शहरी इलाकों सहित गांवों में कैंप कर रह रहे हैं । बताया जाता है कि इन लोगों के द्वारा मर्दाना ताकत बढ़ाने से लेकर महिला व पुरुषों में होने वाली सभी प्रकार की बीमारियों का इलाज भी किया जा रहा है । इसके लिए सड़क के किनारे टेंट लगाकर दुकान भी खोली गई है । इन लोगों के पास चार चक्का वाहन भी उपलब्ध है । जिससे यह कहीं भी सपरिवार निकल लेते हैं । वीटीआर के आस-पास ऐसे लोगों को ठहरने या भ्रमण पर रोक लगी हुई है । लेकिन मदनपुर वन क्षेत्र के रामपुर व मंगलपुर में इन लोगों के द्वारा टेंट लगाकर विभिन्न जीव जंतुओं के तेल की बिक्री की जा रही है ।

भोजन की तलाश में कर सकते हैं वन्यजीवों का शिकार

आम तौर पर बावरिये भोजन की तलाश में जंगल में प्रवेश करते हैं। कभी कभार वन्यजीवों का शिकार कर चुपके से निकल जाते । पिछले साल 11 दिसंबर को वन विभाग की टीम ने गोबर्द्धना क्षेत्र से चिड़ियों के मांस के साथ एक तस्कर को गिरफ्तार किया था । जिसके बाद वन पदाधिकारियों को अलर्ट मोड़ में रहने का निर्देश सीएफ ने दिया है । साथ ही जंगली इलाकों में गश्त भी बढ़ा दी गई है । वीटीआर सह निदेशक एचके राय ने कहा कि अभी तक इस तरह की सूचना किसी भी कर्मी के द्वारा नहीं दी गई है । सुरक्षा को देखते हुए वन अधिकारियों को आदेश दिया गया है। जिस क्षेत्र में भी इस तरह के लोगों के द्वारा टेंट लगाया गया है।  उन्हें तत्काल हटाया जाए । इसके साथ ही सभी वन क्षेत्र पदाधिकारियों को आदेश दिया गया है कि वे अपने-अपने क्षेत्र में चौकसी बढ़ा दें । 

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