मुजफ्फरपुर में चोरी की गाड़ियों को वैध बनाने का गोरखधंधा, जानिए कैसे खुला राज

जिले में चोरी के वाहनों के फर्जी कागजात बनाने वाला रैकेट सक्रिय फर्जी कागजात बनाने वालों की तलाश में डीटीओ में छापा आठ हिरासत में ऑनर बुक के ब्लैंक आरसी हाई सिक्योरिटी नंबर प्लेट चेचिस प्रिंटिंग मशीन नकदी हथियार समेत अन्य सामान बरामद

By Dharmendra Kumar SinghEdited By: Publish:Fri, 15 Jan 2021 09:43 PM (IST) Updated:Fri, 15 Jan 2021 09:43 PM (IST)
मुजफ्फरपुर में चोरी की गाड़ियों को वैध बनाने का गोरखधंधा, जानिए कैसे खुला राज
डीटीओ में जिला पुलिस की टीम ने की छापेमारी।

मुजफ्फरपुर, जासं । चोरी के वाहनों के फर्जी कागजात बनाने वाले गिरोह की तलाश में शुक्रवार को डीटीओ में जिला पुलिस की टीम ने छापेमारी की। एएसपी पश्चिमी सैयद इमरान मसूद के नेतृत्व में पहुंची टीम ने डीटीओ के तीन कर्मियों को हिरासत में लिया। उनसे पूछताछ के आधार पर देर शाम दामोदरपुर इलाके से तीन संदिग्धों को दबोचा गया। बताया जा रहा है कि ये डीटीओ में बिचौलिए का काम करते हैं। इससे पूर्व कांटी से चोरी की बाइक के साथ एक शातिर को पुलिस ने पकड़ा था। उसकी निशानदेही पर दामोदरपुर स्थित एक गैरेज में छापेमारी कर संचालक को दबोचा गया। वहां से भारी मात्रा में गाड़ी के ऑनर बुक के ब्लैंक आरसी (सादा कार्ड), हाई सिक्योरिटी नंबर प्लेट (एचएसआरपी), चेचिस प्रिंटिंग मशीन, नकदी, हथियार समेत अन्य सामान बरामद हुए। अब तक कुल आठ लोग हिरासत में लिए गए हैं। 

एसएसपी जयंतकांत ने बताया कि कांटी के कांटी और गैरेज से पकड़े गए आरोपितों से पूछताछ व जांच के दौरान पता चला कि चोरी किए गए वाहनों का डीटीओ से फर्जी कागजात तैयार कराकर इसे बाजार में बेचा जाता है। इसमें डीटीओ के कई कर्मी भी संलिप्त हैं। इसी आधार पर छापेमारी कर तीन कर्मियों को हिरासत में लिया गया है। इसके साथ ही अभी कई जगहों पर कार्रवाई चल रही है। डीटीओ, रजनीश लाल का कहना है कि पुलिस पदाधिकारियों को चोरी की वाहनों के कुछ कागजात मिले थे। जिसकी जांच को लेकर ऑफिस के तीन कर्मियों को हिरासत में लेकर गए हैं। अगर वे तीनों दोषी पाए जाते हैं तो विभागीय कार्रवाई भी की जाएगी। 

 चिह्नित कर्मियों को लेकर निकल गई टीम :

शुक्रवार दोपहर करीब डेढ़ बजे पुलिस टीम ने कार्यालय में धावा बोला। उसके बाद पहले से चिह्नित कर्मियों के बारे में पूछताछ की। टीम ने प्रथम मंजिल पर पहुंच कर हिमांशु को कब्जे में लिया। उसके बाद दिनेश हैम्ब्रम को कब्जे में लेने के बाद जितेंद्र कुमार को हिरासत में लिया। तीनों कर्मियों को हिरासत में लेने के बाद एएसपी ने डीटीओ रजनीश लाल को इसकी जानकारी दी और फिर टीम तीनों को लेकर वहां से निकल गए।

तीनों के पास अलग-अलग जिम्मेदारी :

कटहीपुल सब्जी मंडी निवासी हिमांशु कुमार के जिम्मे आरसी बुक प्रिंट करने की जिम्मेदारी है। वहीं किशनगंज के मूल निवासी दिनेश हैम्ब्रम को डीएल कार्ड पिं्रट करने की जिम्मेदारी है। जबकि मड़वन प्रखंड निवासी जितेंद्र कुमार सिंह के जिम्मे मुख्यमंत्री ग्राम परिवहन योजना एवं अन्य कार्य हैं। 

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