Muzaffarpur News: खरीफ की मार से बचाने को रबी फसल पर जोर, तिलहन की खेती के प्रति बढ़ा किसानों का झुकाव

Muzaffarpur News सरसों सूरजमुखी तिल तीसी की खेती पर अब किसानों की नजर किसानों के बीच मिनी किट तिलहन बीज का चल रहा वितरण प्रखंड से लेकर जिला मुख्यालय तक किसानों को मिल रहे सुझाव लगातार बार‍िश से फसल को नुकसान।

By Dharmendra Kumar SinghEdited By: Publish:Tue, 19 Oct 2021 11:39 AM (IST) Updated:Tue, 19 Oct 2021 11:39 AM (IST)
Muzaffarpur News: खरीफ की मार से बचाने को रबी फसल पर जोर, तिलहन की खेती के प्रति बढ़ा किसानों का झुकाव
लगातार बार‍िश की वजह से फसल को भारी नुकसान। प्रतीकात्‍मक तस्‍वीर

मुजफ्फरपुर, {अमरेंद्र तिवारी}। कुछ ही दिनों में धान की कटाई के साथ ही रबी की बोआई शुरू हो जाएगी। यूं तो रबी फसल में सबसे ज्यादा रकबा गेहूं का ही होता रहा है, लेकिन सरसों, सूरजमुखी, तिल, तीसी जैसे तिलहन की खेती के प्रति किसानों का झुकाव बढ़ा है। इस कारण इसका रकबा बढ़ रहा है। मोतीपुर के किसान मुकेश कुमार ने बताया कि इस बार लगातार बारिश के कारण खरीफ फसल का नुकसान हुआ है। इसलिए अब रबी फसल की सहारा है। इसकी खेती की तैयारी चल रही है। जहां पानी पहले निकल गया, वहां गेहूं के साथ तिलहन फसल की खेती होगी। बोचहां के किसान ज्योति राय ने कहा कि वह हर साल तीन से चार एकड़ में रबी की फसल की खेती करते हैं। इस साल भी उसकी तैयारी चल रही है।

कृषि विभाग के साथ डा.राजेंद्र प्रसाद केंद्रीय कृषि विश्वविद्यालय से भी संपर्क करेंगे। कृषि विभाग से मिली जानकारी के अनुसार इस साल तिलहन का 8828 हेक्टेयर और दलहन का लक्ष्य 6000 हेक्टेयर तय किया गया है। उसके हिसाब से सारी तैयारी चल रही है। केंद्र सरकार के सहयोग से मिनी किट बीज भी उपलब्ध कराया गया है।

इस बार यह तैयारी

फसल---रकबा

गेहूं -- 95008

जौ----158

मक्का--21008

चना---1100

मसूर---121

मटर---910

अन्य दलहन--1810

राई- सरसों---7030

तीसी---578

सूर्यमुखी---438

तिलहन की खेती को बढ़ावा देने के लिए कृषि विभाग की योजना

मुजफ्फरपुर। तिलहन की खेती की बढावा के लिए केंद्र सरकार के सहयोग से तिलहन मिनी किट का वितरण किया जा रहा है। एक किट में दो किलो बीज तोरी का है। यह निशुल्क वितरण होगा जो एक एकड़ के लिए है। सभी प्रखंड में बीज का वितरण चयनित लाभान्वित किसान के बीच किया जा रहा है। जिला परामर्शी सुनील कुमार शुक्ला ने बताया कि प्रखंड से लेकर जिला मुख्यालय तक किसानों को कृषि संबंधी सुझाव दिया जा रहा है। कृषि सलाहकार व समन्वयक को किसानों के बीच जाकर जागरूक करना है।

- रबी फसल को बढ़ावा देने के हर स्तर पर किसानों का सहयोग किया जा रहा है। मिनी किट का वितरण व समय पर हर तरह का सुझाव मिल रहा है। - शिलाजीत सिंह, जिला कृषि पदाधिकारी

प्रखंडवार खेती योग्य भूमि

प्रखंड----भूमि का रकबा

मुशहरी----9510

सकरा----14126.61

गायघाट---16732.52

बोचहां--13694

मीनापुर---14746

मोतीपुर---17187.90

मड़वन----5227

औराई---9359.83

बंदरा---7463.68

मुरौल---4316.48

कटरा---11608

पारू----20866.04

साहेबगंज---14140.60

सरैया---19817.93

कुढऩी---17654.85

कांटी----13563.67

यह चल रही तैयारी

- हर प्रखंड मुख्यालय में लगाया जा रहा कृषि कार्यशाला, पंचायत के किसान हो रहे शामिल

- किसानों को जागरूक करने के साथ सरकारी बीज का हो रहा वितरण

- गेहूं-मक्का के साथ अन्य रबी फसल में लगने वाली बीमारी के बारे में किसानों को किया जा रहा जागरूक

- जैविक खेती के लिए किसानों को किया जा रहा प्रोत्साहित

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