मुजफ्फरपुर के महापौर व उपमहापौर की कुर्सी का फैसला अब पार्षदों के पाले में
महापौर एवं उपमहापौर के खिलाफ अविश्वास प्रस्ताव को लेकर नगर निगम की राजनीति चरम पर है। दोनों के खिलाफ प्रस्ताव पर चर्चा के लिए निगम बोर्ड की विशेष बैठक आहूत करने को नगर आयुक्त विवेक रंजन मैत्रेय ने नोटिस जारी कर दिया है।
मुजफ्फरपुर। महापौर एवं उपमहापौर के खिलाफ अविश्वास प्रस्ताव को लेकर नगर निगम की राजनीति चरम पर है। दोनों के खिलाफ प्रस्ताव पर चर्चा के लिए निगम बोर्ड की विशेष बैठक आहूत करने को नगर आयुक्त विवेक रंजन मैत्रेय ने नोटिस जारी कर दिया है। 23 जुलाई को उपमहापौर मानमर्दन शुक्ला और 24 जुलाई को महापौर सुरेश कुमार के खिलाफ अविश्वास प्रस्ताव पर चर्चा के लिए निगम बोर्ड की विशेष बैठक होगी। अब महापौर एवं उपमहापौर की कुर्सी का फैसला पार्षदों के पाले में है। किसकी कुर्सी बचेगी और किसकी जाएगी, यह पार्षद तय करेंगे।
इस समय नगर निगम दो खेमे में बंटा हुआ है। एक खेमा महापौर के साथ है तो दूसरा विरोध में। महापौर खेमा के साथ तीसरा मोर्चा एवं अपनी अलग मुहिम चला रहे सशक्त स्थायी समिति सदस्य नंद कुमार प्रसार साह खड़े हैं। महापौर विरोधी खेमा में उपमहापौर एवं किंगमेकर की टीम साथ खड़ी है। दोनों खेमा अपने बहुमत का दावा कर रहे हैं। पार्षदों को अपने पक्ष में करने के लिए सभी तरह के हथकंडे अपनाए जा रहे हैं। कहीं जाति का हवाला दिया जा रहा है तो कहीं जेब की वजन को तौला जा रहा है। हालांकि सब कुछ पर्दे के भीतर चल रहा है। दोनों खेमा नाराज पार्षदों को मानने में लगा हुआ है। वहीं प्रशासन द्वारा पैसे के लेन देन पर नजर रखी जा रही है। लेन-देन की शिकायत मिलते ही प्रशासन त्वरित कार्रवाई करेगा।
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24 जुलाई को बैठक से पूर्व महापौर दे सकते हैं इस्तीफा
मुजफ्फरपुर : उपमहापौर मानमर्दन शुक्ला के खिलाफ अविश्वास प्रस्ताव पर चर्चा के लिए आयोजित बोर्ड की बैठक का परिणाम महापौर की कुर्सी का फैसला कर देगा। यदि फैसला महापौर के पक्ष में नहीं गया तो वे 24 जुलाई को विशेष बैठक से पूर्व अपना इस्तीफा सौंप सकते हैं। यह खबर महापौर खेमे के अंदर से आ रही रही है। हालांकि कोई खुलकर इसकी पुष्टि नहीं कर रहा है। महापौर भी मौन हैं। महापौर खेमा अब अपनी पूरी ताकत से मानमर्दन शुक्ला को उपमहापौर की कुर्सी से बेदखल करने में लगा है।