मुजफ्फरपुर में एंटीजन किट कालाबाजारी मामला: आरोपित स्वास्थ्य प्रबंधक पर हाथ डालने से कतरा रहे अधिकारी

सदर अस्पताल से फर्जीवाड़ा को कर रहा मैनेज निजी सुरक्षा गार्ड का लिया संरक्षण। प्राथमिकी दर्ज होने के सात दिन बाद भी विभागीय कार्रवाई नहीं होने से उठ रहे सवाल। इस बीच सदर अस्पताल परिसर में प्रवीण को देखा जा रहा है।

By Ajit KumarEdited By: Publish:Sat, 15 May 2021 11:42 AM (IST) Updated:Sat, 15 May 2021 11:42 AM (IST)
मुजफ्फरपुर में एंटीजन किट कालाबाजारी मामला: आरोपित स्वास्थ्य प्रबंधक पर हाथ डालने से कतरा रहे अधिकारी
सदर अस्पताल के एक चिकित्सक ने बताया कि वह दिन में यहां दिखाई दिया।

मुजफ्फरपुर, जासं। सरकारी एंटीजन किट कालाबाजारी मामले के आरोपित सदर अस्प्ताल के स्वास्थ्य प्रबंधक प्रवीण कुमार पर हाथ डालने से वरीय अधिकारी कतरा रहे हंै। प्राथमिकी दर्ज होने के चार दिन बाद भी स्थानीय स्तर पर विभागीय कार्रवाई नहीं होने से कई सवाल उठ रहे हैं। इस बीच सदर अस्पताल परिसर में प्रवीण को देखा जा रहा है। 

जानकारी के अनुसार वह एंटीजन किट मामले में फर्जीवाड़ा को मैनेज करने में जुटा है। सदर अस्पताल के एक चिकित्सक ने बताया कि वह दिन में यहां दिखाई दिया और एमसीएच भवन में भोजन कर रहा था। इधर जिला स्वास्थ्य समिति के एक अधिकारी ने दबी जुबान यह बात कही कि अगर प्रवीण पुलिस की गिरफ्त में आया तो कई लोग कानून के दायरे में आ सकते हैैं। इसलिए कोशिश हो रही है कि विभागीय स्तर पर लीपापोती कर उसे यहां पर रख लिया जाए। जानकारों की मानें तो एंटीजन किट मामले में लैब टेक्नीशियन से लेकर एक-दो वरीय अधिकारियों का भी संरक्षण मिल रहा था। इधर पुलिस जहां उसकी गिरफ्तारी को छापेमारी कर रही है। वहीं, दूसरी ओर विभाग का एक रैकेट उसे बेदाग साबित कर बचाने के जुगाड़ में लगा है। जिला स्वास्थ्य समिति की ओर से उसके विरुद्ध कोई कार्रवाई नहीं की जा रही है।

सकरा में दर्ज हुई है प्राथमिकी

एंटीजन किट कालाबाजारी मामले में सकरा थाना मे कांड दर्ज 

269/270/379/409/420/120बी/34 आइपीसी/7एसी/आपदा महामारी एक्ट के तहत प्राथमिकी दर्ज की गई है। पुलिस ने अपने बयान मे कहा है कि गुप्त सूचना पर सकरा के सुस्ता गांव के अशोक ठाकुर के घर पर एंटीजन किट को छिपाकर रखने की बात प्रकाश मे आई थी। इस पर टीम गठित कर छापेमारी की गई, जिसमे सदर अस्पताल के लैब टेक्नीशियन राजा पाकर थाना क्षेत्र के लव कुमार व घर मे रखी गईं एंटीजन किट, साबुन, सैनिटाइजर, ग्लब्स बरामद किए गए। लव के बयान पर ही सदर अस्पताल में पदस्थापित माडीपुर निवासी दीपक कुमार, भगवानपुर निवासी आनंद कुमार, बलिगांव थाना के बेलादम निवासी मिथिलेश कुमार, सकरा रेफरल अस्पताल के लैब टेक्नीशियन नालंदा जिला के मिलत निवासी अवधेश कुमार को गिरफ्तार कर जेल भेजा गया है। पुलिस का कहना है कि इस मामले में सदर अस्पताल के स्वास्थ्य प्रबंधक प्रवीण कुमार का नेटवर्क पूरे जिले में फैला है। वह सकरा में स्वास्थ्य प्रबंधक के पद पर काफी दिनों तक रहा है। सरकारी सामग्री की कालाबाजारी करने वालों का गिरोह का संचालन इसके द्वारा किया जा रहा था। पुलिस सकरा में उसके कार्यकाल की भी समीक्षा कर रही है। पुलिस का कहना है कि उसकी बैक हिस्ट्री खंगाली जा रही है। सूत्रों का कहना है कि प्रबंधक ने गोरखधंधे के बदौलत काली कमाई की, जिससे शहर मे कई जगह जमीन व मकान खरीदा है। पुलिस महकमा उनके द्वारा अर्जित की गई काली कमाई की भी जांच कर रही है। सकरा थानाध्यक्ष सतीश सुमन ने कहा कि प्रवीण व लैब टेक्नीशियन अमितेष को जल्द गिरफ्तार कर लिया जाएगा।

75 हजार किटें पहुंचीं जांच केंद्र तक

अप्रैल, 2020 से अब तक यानी आठ मई, 2021 तक करीब 75 हजार किटें नशा मुक्ति केंद्र पर आपूर्ति की बात सामने आई है। उसका मिलान चल रहा है। सिविल सर्जन डॉ.एसके चौधरी ने कहा कि पूरे मामले की पड़ताल चल रही है। जो भी आरोपित हैं वह बचेंगे नहीं। सभी पर कार्रवाई की जाएगी। किसी को बचाया नहीं जाएगा।  

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