India-Nepal Tension : सीतामढ़ी के सोनबरसा बॉर्डर पर नेपाली पुलिस की बर्बरता के बाद सीमा पर तनाव, दोनों तरफ से चौकसी

India-Nepal Tension आक्रोशितों ने नेपाल को अपनी हरकतों से बाज आने की दी चेतावनी। चीन के इशारे पर लगातार दुस्साहस का लगाया आरोप गम व गुस्से में लोग।

By Ajit KumarEdited By: Publish:Wed, 12 Aug 2020 05:07 PM (IST) Updated:Wed, 12 Aug 2020 08:02 PM (IST)
India-Nepal Tension : सीतामढ़ी के सोनबरसा बॉर्डर पर नेपाली पुलिस की बर्बरता के बाद सीमा पर तनाव, दोनों तरफ से चौकसी
India-Nepal Tension : सीतामढ़ी के सोनबरसा बॉर्डर पर नेपाली पुलिस की बर्बरता के बाद सीमा पर तनाव, दोनों तरफ से चौकसी

सीतामढ़ी, जेएनएन। India-Nepal Tension :  नेपाली पुलिस फोर्स (एपीएफ) की ओर से मंगलवार को नो मेंस लैंड में भारतीय नागरिकों पर बर्बर कार्रवाई के बाद सीमा क्षेत्र में जबरदस्त तनाव व्याप्त है। एपीएफ की करतूत को लेकर स्थानीय जनप्रतिनिधियों व प्रमुख जनों ने प्रदर्शन कर अपने आक्रोश का इजहार किया। 12 जून के बाद एपीएफ ने दूसरी बार सोनबरसा क्षेत्र में बॉर्डर पर बर्बरता दिखाई है। एक युवक पर अंधाधुंध लाठियां बरसाकर जहां मरणासन्न कर दिया वहीं 55 साल के एक अधेड़ व्यक्ति को पीटकर हाथ तोड़ दिया। झीम नदी पर लालबंदी-बसतपुर पुल के पास समीप घटना हुई। इस घटना से सीमावर्ती क्षेत्र में लोगों में जबरदस्त आक्रोश है।

एसएसबी ने चौकसी बढ़ाने का दिया निर्देश

गम और गुस्सा को देखते हुए एक ओर जहां सशस्त्र सीमा बल (एसएसबी) की 51वीं बटालियन ने सीमा पर गश्त बढ़ा दी है। वहीं (एसएसबी) 20वीं बटालियन ने भी अपने क्षेत्र में बॉर्डर पर चौकसी बढ़ाने के निर्देश दिए हैं। एपीएफ के इस कुकृत्य से पुलिस और प्रशासन के साथ एसएसबी भी आक्रोशित है। 51वीं बटालियान के कंपनी कमांडर भोलानाथ यादव, बीडीओ ओमप्रकाश, थानाध्यक्ष राकेश कुमार, एएसआइ संजय कुमार ने कहा कि इसके बाद मुंहतोड़ जवाब दिया जाएगा। गौरतलब है कि 12 जून को एपीएफ की फायरिंग में इसी इलाके में एक शख्स की मौत हो गई थी, जबकि चार लोग घायल भी हुए थे। सोनबरसा थाना क्षेत्र की पिपरा परसाइन पंचायत में लालबन्दी स्थित जानकी नगर बॉर्डर पर ये घटना हुई थी। .

लोगों में उबाल, चीन उकसा रहा नेपाल को

सीमा क्षेत्र में लोगों ने इस घटना की निंदा की है। यह दुर्भाग्यपूर्ण है। नेपाल सरकार से बात करनी चाहिए। चीन के इशारे पर नेपाल लगातार सीमा क्षेत्रमें तनाव को बढ़ावा देने पर तुला हुआ है। सोनबरसा मुखिया पति तरुण कुमार, पूर्व सैनिक रामएकबाल महतो, बेचन महतो, रामनारायण ठाकुर, पूर्व सरपंच हरिश्चंद्र पटेल, महेश पटेल, सेवानिवृत शिक्षक हरिनारायण राय, मुकेश कुमार शाही, मनोज कुमार शर्मा ने कहा कि नेपाली पुलिस बार-बार ऐसी हरकतों से बाज नहीं आ रही है। वहीं प्रखंड प्रमुख जयकिशोर साह ललित, भूतही मुखिया मनोज कुमार, पैक्स अध्यक्ष अजय कुमार पंजियार, सामाजिक कार्यकर्ता मो. कमर अख्तर, देवनाथ साह ने कहा कि प्रशासन को अविलंब नेपाल के अधिकारियों से बात करनी चाहिए। आम जनता में काफी आक्रोश है।

अंधाधुंध लाठियां बरसाने लगे

एपीएफ की घटना में हाथ तुड़वा बैठे नरेंद्र ठाकुर एक निजी विद्यालय में शिक्षक हैं। उनका दाहिना हाथ टूट गया। सोनबरसा वार्ड-8 के रहने वाले ठाकुर ने कहा कि हम कुछ लोग झीम नदी पर बने लालबंदी-बसतपुर पुल के समीप टहल रहे थे। बॉर्डर पर एक पेड़ के नीचे खड़े एपीएफ के तीन-चार दौड़े-दौड़े आए और अंधाधुंध लाठियां बरसानी शुरू कर दी। महिला समेत छह लोगों को पीटा। उससे पहले उसी स्थान पर बसतपुर गांव निवासी फेकन पंडित के पुत्र महेश पंडित (19) को एपीएफ ने बर्बरतापूर्ण तरीके से पिटाई की थी। बर्तन बेचने जा रहे महेश के बर्तन तोड़ डाले, उसका मोबाइल भी छीन लिया। पिटाई के दौरान उसकी मां व बहन भी मौके पर मौजूद थीं। तीनों साप्ताहिक हाट बाजार में बर्तन बेचने जा रहे थे।

नो मैंस लैंड के रास्ते जाने पर किया हमला

बसतपुर गांव के फेंकन पंडित के पुत्र महेश पंडित एपीएफ की पिटाई से मरणासन्न है। सीतामढ़ी सदर अस्पताल में भर्ती है। उसकी पिटाई के तुरंत बाद उसी स्थान पर पुल के पास से गुजर रहे महिला और पुरुषों के साथ मारपीट की गई। जिसमें नरेंद्र ठाकुर का दाहिना हाथ टूट गया। एपीएफ के जवान इन सभी को नो मेंस लैंड पर होने के आरोप में पिटाई करने लगे। जबकि, युवक की मां व बहन ने बताया कि इसी रास्ते सोनबरसा साप्ताहिक हाट बाजार में वे लोग आया जाया करते हैं। एपीएफ वालों ने बदले की भावना से ये हाल किया।  

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