पश्चिम चंपारण में वाटर हार्वेस्टिंग सिस्टम विकसित करने के लिए लोगों को जागरूक कर रही टीम

जल के बिना पानी की कल्पना भी नहीं की जा सकती। दुनिया में जल संकट एक बड़ी समस्या। जल संरक्षण के लिए स्वत जागृत होने की आवश्यकता। एक साल से अभियान चलाकर लोगों को जल संरक्षण के लिए किया जा रहा है जागरूक।

By Ajit KumarEdited By: Publish:Wed, 24 Nov 2021 12:27 PM (IST) Updated:Wed, 24 Nov 2021 05:57 PM (IST)
पश्चिम चंपारण में वाटर हार्वेस्टिंग सिस्टम विकसित करने के लिए लोगों को जागरूक कर रही टीम
संस्था वाटर हार्वेस्टिंग सिस्टम विकसित करने के लिए लोगों को जागरूक कर रही है। फोटो- जागरण

बगहा (पश्चिम चंपारण), जासं। जल ही जीवन है। इसके बिना पानी की कल्पना भी नहीं की जा सकती है। जल संरक्षण के लिए लोगों को स्वत:जागृत होने की आवश्यकता है। कुमार फाउंडेशन टीम एक साल से अभियान चलाकर लोगों को जल संरक्षण के लिए जागरूक कर रही है। संस्था के अध्यक्ष आकाश कुमार का कहना है कि 'कनक की तरह कीमती है पानी की हर एक बूंद।Ó लेकिन हम सभी इस पर ध्यान नहीं दे पा रहे हैं। कई देशों में जल संकट एक बहुत बड़ी विपदा है। कई राज्यों में जल संकट की समस्या उत्पन्न है। ऐसे में बिहार राज्य के कुछ जिलों में जलस्तर में गिरावट आई है। जो बहुत बड़ा संकेत है। हम सभी के लिए हमारी आने वाली पीढिय़ों के लिए इसके लिए हम सभी को जागृत होना होगा एवं जल संरक्षण के लिए संकल्पित होना होगा ताकि आने वाली पीढ़ी को इस विपदा से संभाला जा सके। इस समस्या से निपटने के लिए एकमात्र उपाय जल संरक्षण है। इसके अलावा लोग पानी बचाने के लिए जागृत नहीं है।

पानी के सदुपयोग को लेकर सतर्क

चंपारण में वनवर्ती इलाका होने के कारण बरसात के चार महीने काफी पानी अच्छी बारिश होती है। लेकिन हम भूगर्भीक जलस्तर को सामान्य बनाए रखने के दिशा में जागरूक नहीं है। यदि हम आज जागरूक नहीं हुए तो फिर इसका खामियाजा हमारी आने वाली पीढिय़ों को भुगतना पड़ेगा। संस्था वाटर हार्वेस्टिंग सिस्टम विकसित करने के लिए लोगों को जागरूक कर रही है। इसके अलावा बिना जरूरत के नल की टोटी को खुला छोड़ देना पाइप से पानी का लगातार बहना बिना जरूरत के पानी के प्रवाह को वह आते रहना जरूरत से अधिक पानी का दुरुपयोग करना ऐसे तमाम चीजें हैं । जो आने वाले समय में बड़ी विपदा को आमंत्रण दे रही है। इससे निपटने के लिए एवं इस दिशा में बेहतर प्रयास के लिए हम सभी को जागृत होना होगा। अभियान को सफल बनाने में संस्था के सचिव राजू कुमार सिंह, आशुतोष कुमार ङ्क्षसह, प्रियांशु कुमार, नेहा कुमारी, रोशनी कुमारी, विशाल कुमार गुप्ता, अविनाश कुमार, दिव्य मोहित मिश्रा, मंकेश कुमार आदि का विशेष योगदान है। 

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