BRA Bihar University: सिंडिकेट की बैठक का पुरजोर विरोध करेंगे डिग्री कालेजों के शिक्षक

BRA Bihar University बीआरए बिहार विश्वविद्यालय की ओर से स्नातक पार्ट वन की परीक्षा ओएमआर शीट के आधार पर आयोजित करने के विरोध में डिग्री कालेज के शिक्षकों ने मोर्चा खोल दिया है। शिक्षकों ने बैठक कर एकेडमिक काउंसिल के सांकेतिक विरोध का निर्णय लिया।

By Murari KumarEdited By: Publish:Thu, 17 Jun 2021 10:07 AM (IST) Updated:Thu, 17 Jun 2021 10:07 AM (IST)
BRA Bihar University: सिंडिकेट की बैठक का पुरजोर विरोध करेंगे डिग्री कालेजों के शिक्षक
बीआरए बिहार विश्वविद्यालय की फ़ाइल फ़ोटो ।

मुजफ्फरपुर, जागरण संवाददाता। बीआरए बिहार विश्वविद्यालय की ओर से स्नातक पार्ट वन की परीक्षा ओएमआर शीट के आधार पर आयोजित करने के विरोध में डिग्री कालेज के शिक्षकों ने मोर्चा खोल दिया है। बुधवार को विवि के धरना स्थल पर बिहार राज्य संबद्ध डिग्री महाविद्यालय शिक्षक-शिक्षकेत्तर कर्मचारी महासंघ के पदाधिकारियों की बैठक हुई। संयोजक धर्मेंद्र चौधरी ने बताया कि ऑब्जेक्टिव प्रश्न पत्रों के आधार पर परीक्षा के निर्णय का पुरजोर विरोध होगा। एकेडमिक काउंसिल के सांकेतिक विरोध के साथ सदस्यों के सामने इस बात को रखा जाएगा। कहा कि यह निर्णय शिक्षक और विद्यार्थी दोनों के लिए नुकसानदायक है। यदि इसके बाद भी इसपर बात नहीं बनी तो 21 जून को प्रस्तावित विश्वविद्यालय सिंडिकेट की बैठक का पुरजोर विरोध किया जाएगा।

 आरोप लगाया कि विश्वविद्यालय की ओर से विद्यार्थियों हित में लिए गए एक भी निर्णय कारगर नहीं हुए। उसमें करोड़ों रुपये खर्च किए गए, लेकिन विद्यार्थी और शिक्षक लाभ से वंचित रहे। इस क्रम में विवि के आय में तीन से पांच गुना तक वृद्धि हुई। बैठक में संत ज्ञानेश्वर प्रसाद सिंह, दिनेश मिश्रा, शशांक शेखर, मनोज कुमार ङ्क्षसह, सीमा कुमारी, बबीता कुमारी, कुमारी नीलम, धीरेंद्र कुमार सिंह, वासुदेव भगत, मो.आजाद, विजय कुमार, शशि कुमार, किरण कुमारी, श्यामाकांत तिवारी, अरुण कुमार अजय कुमार सिंह, शैलेंद्र चौधरी आदि ने अपने विचार रखे।

विद्यार्थियों की मांग ओएमआर शीट पर हो परीक्षा

स्नातक पार्ट वन की परीक्षा ओएमआर शीट पर कराने के विवि के निर्णय को विद्यार्थियों ने सही बताया है। एक प्रतिनिधिमंडल ने परीक्षा नियंत्रक डॉ.संजय कुमार को इस संबंध में ज्ञापन सौंपा। कहा कि इस पैटर्न के लागू होने से ही सत्र को नियमित किया जा सकता है। सत्र दो वर्ष पहले ही विलंब चल रहा है। परीक्षा नियंत्रक ने कहा कि अधिकारियों की बैठक के बाद भी इसपर अंतिम निर्णय लिया जाएगा।

chat bot
आपका साथी