सिर्फ डिग्री नहीं, स्वावलंबन का हुनर भी सीखें महिलाएं
एमडीडीएम कॉलेज के सेमिनार हॉल में वूमेन इन एजुकेशन पर टॉक। नई दिल्ली के प्रोफेसर बोले छोटे रोजगारों से भी समाज में बदलाव।
मुजफ्फरपुर, जेएनएन। महिला शिक्षा को बढ़ावा देने के लिए डिग्री के साथ उन्हें स्वावलंबन का पाठ पढ़ाना वक्त की दरकार है। एमडीडीएम कॉलेज के सेमिनार हॉल में राजनीति विज्ञान विभाग द्वारा मंगलवार को 'वूमेन इन एजुकेशन टॉक' के मुख्य वक्ता आर्यभट्ट कॉलेज, नई दिल्ली के प्राचार्य डॉ. मनोज सिन्हा ने ये बातें कहीं। कहा कि इनके उच्च शिक्षा में पिछडऩे का एक प्रमुख कारण कम्युनिकेशन गैप भी है। कई राज्यों में स्कूली शिक्षा के बाद सरकारी और निजी स्तर पर वोकेशनल कोर्स चलाएं जा रहे हैं- जैसे सिलाई, कढ़ाई, ब्यूटी केयर, ड्रेसेज। इसके लिए जागरूकता पैदा करने की जरूरत है। सरकार द्वारा चलाए जा रहे स्टार्टअप इंडिया का लाभ उठाकर महिलाएं घरेलू उद्योग-धंधे लगाकर आत्मनिर्भर बन सकती हैं।
व्यक्तित्व विकास के लिए होते कई इवेंट्स
प्राचार्य डॉ. ममता रानी ने कहा कि हमारा कॉलेज छात्राओं के संपूर्ण व्यक्तित्व के विकास के लिए संकल्पित है। इसलिए मोटिवेशनल लेक्चर, टॉक, इंट्रैक्शन आदि कार्यक्रम समय-समय पर आयोजित किए जाते हैं, ताकि लड़कियों को अपने सपनों की ऊंची उड़ान भरने में फलक मिल सके। मौके पर विभागाध्यक्ष डॉ. सुशीला कुमारी, डॉ. कुमारी सरोज, डॉ. विनिता वर्मा, डॉ. पूनम सिंह, डॉ. शकीला अजीम, डॉ. नवीन कुमार, हर्षिता कुमारी सहित सैकड़ों छात्राएं मौजूद रहीं।