सकरा में कदाने नदी का सुंदरपुर बांध टूटा, बाजी बुजुर्ग पंचायत में बढ़ा पानी

सकरा थाना क्षेत्र के कदाने नदी का सुंदरपुर बांध पानी के दबाव से टूट गया। इससे बाजी बुजुर्ग पंचायत में पानी बढ़ गया है।

By JagranEdited By: Publish:Fri, 27 Aug 2021 04:30 AM (IST) Updated:Fri, 27 Aug 2021 04:30 AM (IST)
सकरा में कदाने नदी का सुंदरपुर बांध टूटा, बाजी बुजुर्ग पंचायत में बढ़ा पानी
सकरा में कदाने नदी का सुंदरपुर बांध टूटा, बाजी बुजुर्ग पंचायत में बढ़ा पानी

मुजफ्फरपुर। सकरा थाना क्षेत्र के कदाने नदी का सुंदरपुर बांध पानी के दबाव से टूट गया। इससे बाजी बुजुर्ग पंचायत में पानी बढ़ गया है। ग्रामीण मनोज ठाकुर ने बताया कि गुरुवार को सुबह से ही वर्षा होने से पानी का दबाव बांध पर बढ़ने लगा। शाम होते ही बांध कई जगहों पर ध्वस्त हो गया। मुखिया व अन्य जनप्रतिनिधियों ने इसकी सूचना अंचलाधिकारी को दी।

मुखिया पति राजबली मुखिया ने बताया कि भारी वर्षा से पहले से ही काफी परेशानी हो रही थी। बांध के टूटने से लोगों की समस्याएं बढ़ गई हैं। करीब दो हजार परिवार इससे प्रभावित होंगे। बांध टूटने के बाद स्थानीय लोगों ने ऊंचे स्थानों पर शरण लेनी शुरू कर दी है।

कटरा में बागमती के जलस्तर में वृद्धि, पीड़ितों में नाराजगी : बागमती के जलस्तर में गुरुवार को वृद्धि होने से बाढ़ पीड़ितों में दहशत है। लगातार बाढ़ की पीड़ा झेल रहे प्रखंडवासियों में निराशा है। फसलें पहले ही बर्बाद हो चुकी हैं, अब जीवन यापन भी बोझ लगने लगा है। दूसरी तरफ प्रशासनिक स्तर पर उपेक्षा से किसानों में मायूसी छा गई है। बाढ़ पीड़ितों को अब तक कोई सहायता नहीं मिली है जिससे उनमें नाराजगी है।

जलस्तर बढने से कटरा, बकुची, अंदामा, पतांरी, बसंत, खंगुरा, पहसौल, नवादा गंगेया आदि में कई घरों में पानी घुस गया है। मार्ग अवरुद्ध हो गए हैं। उत्तरी भाग की 14 पंचायतों का आवागमन भंग है। सरकार की उदासीनता से क्षुब्ध गंगेया के लोगों ने सड़क पर बिजली का खंभा रखकर मार्ग चालू किया है।

लगातार हो रही बारिश से जहां पूरे क्षेत्र में लोग जलजमाव से परेशान हैं, वहीं नदियों के जलस्तर में लगातार उतार-चढ़ाव हो रहा है। पिछले दो महीने से दर्जनों परिवार मवेशियों के साथ बांध पर शरण ले रखी है। पशु चारा की घोर किल्लत है। बाढ़ आने के साथ ही मजदूरी बंद हो गई। घर का अनाज भी समाप्त होने को है। ऐसे में उनकी चिंता बढ़ती जा रही है।

उधर प्रशासनिक रवैया से भी पीड़ित परेशान हैं। पिछले सप्ताह प्रखंड अनुश्रवन समिति की बैठक बुलाई गई थी। इसमें विधायक निरंजन राय भी मौजूद थे। पूरे प्रखंड की समीक्षा के बाद प्रतिनिधि मंडल इस नतीजे पर पहुंचा कि सभी 22 पंचायतें बाढ़ की चपेट में हैं और उन्हे सहायता मिलनी चाहिए। विधायक ने सीओ पारसनाथ राय को दो दिनों में आकलन कर रिपोर्ट जिला को भेजने को कहा। एक सप्ताह गुजर गए, लेकिन रिपोर्ट जिला को नहीं भेजी गई। इससे किसानों में नाराजगी है। कांग्रेस के चंद्रकांत मिश्रा ने कहा कि कटरा प्रखंड जिले का सर्वाधिक बाढ़ग्रस्त इलाका है। इसके बाद भी अधिकारी का अड़ियल रवैया दुर्भाग्यपूर्ण है।

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