BRA Bihar University: स्नातक पार्ट टू की कॉपी भी दूसरे विवि में भेजने का प्रस्ताव, विरोध के मूड में छात्र नेता

बीआरए बिहार विश्वविद्यालय की ओर से स्नातक पार्ट 3 की परीक्षा के बाद अब पार्ट 2 की कॉपियों को भी जांच के लिए दूसरे विश्वविद्यालय में भेजने के लिए प्रस्ताव तैयार किया गया है। राजभवन की ओर से जल्दी परिणाम जारी करने का है निर्देश।

By Murari KumarEdited By: Publish:Sat, 16 Jan 2021 02:40 PM (IST) Updated:Sat, 16 Jan 2021 02:40 PM (IST)
BRA Bihar University: स्नातक पार्ट टू की कॉपी भी दूसरे विवि में भेजने का प्रस्ताव, विरोध के मूड में छात्र नेता
बीआरए बिहार विश्वविद्यालय की फाइल फोटो (जागरण आर्काइव)

मुजफ्फरपुर, जागरण संवाददाता। बीआरए बिहार विश्वविद्यालय की ओर से स्नातक पार्ट 3 की परीक्षा के बाद अब पार्ट 2 की कॉपियों को भी जांच के लिए दूसरे विश्वविद्यालय में भेजने के लिए प्रस्ताव तैयार किया गया है। राजभवन की ओर से परीक्षाओं का परिणाम सच में जारी करने का निर्देश दिया गया है। इसको देखते हुए विश्वविद्यालय के परीक्षा विभाग की ओर से यह पहल की गई है। परीक्षा नियंत्रक डॉ मनोज कुमार ने बताया कि स्नातक पार्ट थ्री की कॉपियों को जांच कर 15 जनवरी को परिणाम जारी करने के लिए राजभवन से समय मांगा गया था। लेकिन अब तक कॉपियों की जांच पूरी नहीं हो सकी है।

 अब और विलंब ना हो इसके लिए जिन विषयों में परीक्षार्थियों की संख्या अधिक है उनकी कॉपियों को दूसरे विश्वविद्यालय में भेजने के लिए कुलपति को प्रस्ताव दिया गया है। इतिहास में प्रश्नों की संख्या सबसे अधिक है। बता दें कि एक परीक्षक एक दिन में 30 कॉपियों की जांच करते हैं। जबकि स्नातक में कुल ढाई लाख कॉपियों का जांच होना है। वही स्नातक पार्ट 2 की परीक्षाएं 19 जनवरी को समाप्त हो रही है। ऐसे में इनकी कॉपियों को भी दूसरे विश्वविद्यालय में भेजकर जांच कराने का प्रस्ताव तैयार किया गया है।

विरोध के मूड में छात्र नेता, कुलसचिव से मिल कर सौंपा ज्ञापन

कॉपियों का मूल्यांकन दूसरे विश्वविद्यालय में कराने के प्रस्ताव की भनक लगते हैं छात्र नेताओं ने विरोध करना शुरू कर दिया है। इन नेताओं का कहना है कि विश्वविद्यालय प्रशासन छात्रों के भविष्य से खिलवाड़ कर रही है। कहा कि जब स्नातक पार्ट 3 की कॉपियां अपने विश्वविद्यालय में जांची जा रही हैं तो आधी कॉपियां अन्य विश्वविद्यालय में भेजने से छात्रों का रिजल्ट प्रभावित हो सकता है। साथ ही परिणाम में भी विलंब होगा। ऐसे में यदि विश्वविद्यालय प्रशासन कॉपियों को बाहर भेजता है तो चरणबद्ध आंदोलन और विश्वविद्यालय को बंद करने की चेतावनी दी गई है।

chat bot
आपका साथी