कमजोर वर्ग से जुड़े अपराध में गुणवत्तापूर्ण अनुसंधान पर दें जोर

कमजोर वर्ग से जुड़े अपराध व समय पर उसके निष्पादन पर विशेष जोर दिया जाए।

By JagranEdited By: Publish:Mon, 26 Jul 2021 01:32 AM (IST) Updated:Mon, 26 Jul 2021 01:32 AM (IST)
कमजोर वर्ग से जुड़े अपराध में गुणवत्तापूर्ण अनुसंधान पर दें जोर
कमजोर वर्ग से जुड़े अपराध में गुणवत्तापूर्ण अनुसंधान पर दें जोर

मुजफ्फरपुर : कमजोर वर्ग से जुड़े अपराध व समय पर उसके निष्पादन पर विशेष जोर दिया जाए। उक्त बातें रविवार को समाहरणालय सभाकक्ष में तिरहुत रेंज के पुलिस अधिकारियों के साथ बैठक में अपर पुलिस महानिदेशक कमजोर वर्ग अनिल कुमार यादव ने कही। बैठक में उन्होंने इस वर्ग से जुड़े अपराध का जिला बार अपडेट लिया। इसके बाद उसके निष्पादन की स्थिति के बारे में पूछा। फिर बिदुवार कई निर्देश दिए। एडीजी ने कमजोर वर्ग के कानून से जुड़े पहलुओं पर जानकारी दी। अपराध व उसके निराकरण के बारे में बताया। बैठक में अधिकारियों ने भी अपने-अपने जिले के कमजोर वर्ग से जुड़े मामलों में आने वाली समस्याओं से अवगत कराया। एडीजी ने निराकरण के बारे में बताया। उन्होंने अधिकारियों को कहा कि कमजोर वर्ग से जुड़े अपराध होने पर उस पर तेज गति के साथ गुणवत्तापूर्ण अनुसंधान पर जोर दें। क्योंकि वैज्ञानिक ढंग से जांच के दौरान जुटाए गए साक्ष्य बहुत माने रखता है। इन बातों को ध्यान में रखते हुए लंबित मामलों के निष्पादन करने को कहा। उन्होंने सीआरपीसी की धारा 41 के पालन को लेकर पदाधिकारियों के सामने आ रही परेशानियों से अवगत होने के बाद उसके सही तरीके से इस्तेमाल के बारे में बताया। कहा कि धारा 41 को लेकर डीजीपी द्वारा मई महीने में ही विशेष निर्देश दिया गया था। करीब सात घंटे तक चली समीक्षा बैठक में एडीजी ने इस वर्ग से जुड़े महिला व बच्चों के विरुद्ध अत्याचार व एससीएसटी एक्ट पर कार्रवाई को लेकर स्पष्ट जानकारी दी। अन्य विभागों से समन्वय स्थापित कर पीड़ित को ससमय मुआवजा दिलाने को लेकर अधिकारियों को निर्देश दिया। मीडिया से बातचीत में उन्होंने कहा कि कोरोना की वजह से मामलों के निष्पादन में देरी हुई है, मगर अब पुलिस पदाधिकारियों द्वारा निष्पादन शुरू कर दिया गया है। बैठक में तिरहुत रेंज के आइजी गणेश कुमार, एसएसपी जयंत कांत, सिटी एसपी, सीतामढ़ी, शिवहर व वैशाली के एसपी के साथ सभी एसडीपीओ, डीएसपी, पुलिस इंस्पेक्टर, एससीएसटी व महिला थाने के थानाध्यक्ष व सभी अधिकारियों के रीडर भी शामिल थे।

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