मुजफ्फरपुर पंचायत चुनाव का दिल्ली एवं चंडीगढ़ के राज्य निर्वाचन आयुक्त ने लिया जायजा

भारत सरकार के निर्देश पर ही निर्वाचन आयुक्त दिल्ली एवं चंडीगढ़ मुजफ्फरपुर आए हैं। जायजा लेने के बाद सर्किट हाउस में मीडिया से भी बात की। राज्य में पंचायत चुनाव में ईवीएम का प्रयोग हो रहा है। बोगस वोटिंग रोकने के लिए मतदाताओं की बायोमेट्रिक उपस्थिति दर्ज की गई।

By Ajit KumarEdited By: Publish:Thu, 25 Nov 2021 09:49 AM (IST) Updated:Thu, 25 Nov 2021 09:49 AM (IST)
मुजफ्फरपुर पंचायत चुनाव का दिल्ली एवं चंडीगढ़ के राज्य निर्वाचन आयुक्त ने लिया जायजा
पंचायत निर्वाचन में आधुनिक तकनीक के प्रयोग को सराहा।

मुजफ्फरपुर, जासं। पंचायत चुनाव 2021 में कई नए प्रयोग हुए हैं। इसमें से कई प्रयोग विगत चुनाव में नहीं हुए थे। आधुनिक तकनीक के प्रयोग से शांतिपूर्ण मतदान एवं मतगणना के साथ-साथ चुनाव कार्यों में पूर्ण पारदर्शिता इसका प्रतिफल है। उक्त बातें राज्य निर्वाचन आयुक्त दिल्ली एवं चंडीगढ़ एसके श्रीवास्तव ने कहीं। उन्होंने कहा कि चुनाव में किए जा रहे नवीन प्रयोग एवं आधुनिक तकनीक के कारण चुनावी प्रक्रिया और सरल, सुगम एवं पारदर्शी हुई है। निसंदेह इससे लोकतंत्र और मजबूत होगा। बता दें कि राज्य निर्वाचन आयुक्त दिल्ली एवं चंडीगढ़ ने बुधवार को गायघाट प्रखंड के चार बूथों पर पहुंचकर निर्वाचन कार्य का जायजा लिया। इस दौरान जिले में चल रहे मतदान कार्य को देखा एवं पंचायत निर्वाचन में किए गए नवीन प्रयोग से वे रूबरू हुए। पंचायत चुनाव से संबंधित संपूर्ण तैयारियां, मतदान एवं मतगणना में किए गए नवीन प्रयोग का जायजा लिया। 

बताते चलें कि भारत सरकार के निर्देश पर ही निर्वाचन आयुक्त दिल्ली एवं चंडीगढ़ मुजफ्फरपुर आए हैं। जायजा लेने के बाद सर्किट हाउस में मीडिया से भी बात की। बता दें कि राज्य में पंचायत चुनाव में ईवीएम का प्रयोग हो रहा है। बोगस वोटिंग रोकने के लिए बूथों पर मतदाताओं की बायोमेट्रिक उपस्थिति दर्ज की गई। मतगणना में आप्टिकल कैरेक्टर रीडर कैमरा से डिजिटल फोटो के साथ वीडियोग्राफी की गई है। इससे मतगणना में पारदर्शिता आई है। साथ ही इस कार्य में पहले की तुलना में कम समय में मतगणना का कार्य पूरा हो रहा है। डिजिटल फोटोग्राफी की भी अहम भूमिका है। पंचायत निर्वाचन में ये अभिनव प्रयोग हैं, जिससे पंचायत निर्वाचन कार्य को सुगम ,सरल और पारदर्शी बनाने में मदद मिली है। निर्वाचन आयुक्त के द्वारा जिला निर्वाचन पदाधिकारी, उप विकास आयुक्त, सहायक समाहर्ता, डीआरडीए निदेशक, जिला पंचायती राज पदाधिकारी से पंचायत निर्वाचन से संबंधित विभिन्न तकनीक के प्रयोग की विस्तृत जानकारी भी ली गई। साथ ही कई बिंदुओं पर विचार-विमर्श किया गया।  

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