पश्चिम चंपारण में 15 जवानों के साथ गांगुली नदी में फंसा एसएसबी का वाहन

ग्रामीणों की मदद से कई ट्रैक्टर लगाकर उस वाहन को निकाला गया। सिरिसिया बीओपी के इंस्पेक्टर राम स‍िंंह ने बताया कि नरकटियागंज मुख्यालय से 15 जवानों को लेकर एक वैन सिरिसिया बीओपी आ रही थी। इसी दौरान नदी में तेज पानी की धारा में फंस गई।

By Dharmendra Kumar SinghEdited By: Publish:Tue, 15 Jun 2021 05:47 PM (IST) Updated:Tue, 15 Jun 2021 05:47 PM (IST)
पश्चिम चंपारण में 15 जवानों के साथ गांगुली नदी में फंसा एसएसबी का वाहन
पश्‍चि‍म चंपारण में भारी बार‍िश के चलते फंसा वाहन।

पश्चिम चंपारण, जासं। लगातार बारिश होने से पहाड़ी नदियों ने रौद्र रूप धारण कर लिया है। मटियरिया थाना अंतर्गत शेरपुर एवं सिरसिया के बीच बहने वाली गांगुली नदी की तेज धारा में एसएसबी 44 बटालियन के 15 जवानों को लेकर जा रहा एक वाहन फंस गया। ग्रामीणों की मदद से कई ट्रैक्टर लगाकर उस वाहन को निकाला गया। सिरिसिया बीओपी के इंस्पेक्टर राम ङ्क्षसह ने बताया कि नरकटियागंज मुख्यालय से 15 जवानों को लेकर एक वैन सिरिसिया बीओपी आ रही थी। इसी दौरान नदी में तेज पानी की धारा में फंस गई। ग्रामीणों की मदद से उसे बाहर निकाला गया। बता दें कि यह कैंप चारों तरफ से गांगुली नदी से घिरा हुआ है। पैक्स अध्यक्ष दिग्विजय ङ्क्षसह यादव ने बताया कि पहाड़ी गांगुली नदी में प्रतिवर्ष बाढ़ आती है और कटाव कर सड़क को बहा तहस-नहस कर देती है। मानसून की पहली बारिश में सिरिसिया और शेरपुर को जोडऩे वाली सड़क अवरुद्ध हो गई है। यदि कटाव रोधी कार्य नहीं किया गया तो नदी की धारा में दर्जनों घर समाहित हो जाएंगे।

कटहा नदी की तेज धार में बह गया मर्जदी पुल का एप्रोच

मानसून के आरंभ में हुई मूसलाधार बारिश से पहाड़ी नदियां खतरे के निशान तक पहुंच गई है। कटहा नदी ने मर्जदी में करीब 50 मीटर एप्रोच पथ काट कर आवागमन बंद कर दिया है। वही नदी में बाढ़ से रुपवलिया गांव की सड़क कट रही है। पहाड़ी नदियों में पंडई, हड़बोड़ा, गांगुली, भोहड़ा, छेगराहा , द्वारदह, दोहरम, कटहा उफान पर हैं। पंडई नदी का पानी आसपास के क्षेत्रों में फैल गया है। यदि बारिश इसी तरह होती रही तो तो रात में कई तटीय गांव में तबाही मच सकती है। भितिहरवा पंचायत के मर्•ादी व मरजादपुर को जोडऩे वाली एप्रोच पथ कटहा नदी की तेज पानी अपने साथ बहा ले गई है। जिससे प्रखंड मुख्यालय से गांव का संपर्क टूट गया है। ग्रामीण चंद्र किशोर महतो, हेमंत कुमार, अनिल ओझईया ने बताया कि मई में हीं हम लोगों ने जन सहयोग से एप्रोच पथ का निर्माण किया था। लेकिन वह बह गया। लोगों में जनप्रतिनिधियों व प्रशासन के प्रति काफी आक्रोश है कि बाढ़ के पूर्व की तैयारी यहां कुछ भी नहीं दिखी। वही पंडई नदी में बढ़े जल स्तर से गौनाहा, मनिटोला, बैरटवा, श्रीरामपुर, भितिहरवा, पटखौली, रूपवलिया, मुरली भरहवा आदि गांवों के लोग शामिल हुए हैं। पहाड़ी नदियां पिपरा, अहरार - पिपरा, परसा, शाहजहांपुर, हौदा डुमरा, हरपुर, माधोपुर, पोहरा लक्षनौता, वन बैरिया, ब•ाड़ा, बरवा, सोनबरसा, धुमली परसा आदि गांवों के पास से प्रवाहित हो रही हैं। रूपवलिया निवासी कपूरचंद बताया है कि छेगराहा नदी में बाढ़ के कारण प्रखंड मुख्यालय से सेमरी डुमरी, सिठी होते हुए मटियरिया को जोडऩे वाली मुख्य सड़क को नदी काट रही है। ब्रह्मस्थान का भी कटाव हो रहा है। सीओ अमित कुमार ने बतया की मुरली भरहवा में प्रतिमा व गांव को बचाने के लिए एसडीएम को पत्र लिखा गया है। तीन दिनों से बारिश होने से नदियों का जलस्तर बढ़ा है। नदियों पर नजर रखी जा रही है।

chat bot
आपका साथी