यात्र‍ियों के ल‍िए खुशखबरी, मुजफ्फरपुर से मंडूआडीह के बीच बहाल होने जा रही है ट्रेन सेवा, जानें इसके रूट

परिचालित होने वाली ट्रेनों की संख्या 05161 एवं 05162 बतायी गई है। अप और डाउन गाडिय़ां अब स्पेशल ट्रेन के रूप में परिचालित की जाएगी। उल्लेखनीय है कि मंडूवाडीह एक्सप्रेस ट्रेन के परिचालन आरंंभ होने से गोरखपुर तथा बनारस जाने वाले यात्रियों को काफी सुविधा मिलेगी।

By Dharmendra Kumar SinghEdited By: Publish:Thu, 08 Apr 2021 10:35 PM (IST) Updated:Fri, 09 Apr 2021 11:42 AM (IST)
यात्र‍ियों के ल‍िए खुशखबरी, मुजफ्फरपुर से मंडूआडीह के बीच बहाल होने जा रही है ट्रेन सेवा, जानें इसके रूट
नरकटियागंज होकर मंडूवाडीह के बीच चलने वाली इस ट्रेन की वजह लोगों को म‍िलेगी राहत। प्रतीकात्‍मक तस्‍वीर

पश्‍चिम चंपारण, जासं। मुजफ्फरपुर वाया नरकटियागंज होकर मंडूवाडीह के बीच 12 अप्रैल से एक्सप्रेस ट्रेन का परिचालन आरंभ हो जाएगा। इस ट्रेन का परिचालन कोरोना आपदा को लेकर पहले रेल प्रशासन ने बंद कर दिया था। इसके परिचालन के संबंध में समस्तीपुर रेल मंडल के अधिकारी ने एक पत्र जारी किया है, जिसमें कहा है कि मुजफ्फरपुर से मंडूवाडीह के बीच एक्सप्रेस ट्रेन का परिचालन 12 अप्रैल से किया जाएगा। परिचालित होने वाली ट्रेनों की संख्या 05161 एवं 05162 बतायी गई है। अप और डाउन गाडिय़ां अब स्पेशल ट्रेन के रूप में परिचालित की जाएगी। उल्लेखनीय है कि मंडूवाडीह एक्सप्रेस ट्रेन के परिचालन आरंंभ होने से गोरखपुर तथा बनारस जाने वाले यात्रियों को काफी सुविधा मिलेगी। फिलहाल इस रेलखंड में बनारस के लिए कोई गाड़ी नहीं थी। बहुतेरे लोग अपनी बीमारी का इलाज कराने बनारस आने जाने के लिए इस ट्रेन की मांग भी कर रहे थे। स्टेशन प्रबंधक लालबाबू रावत ने बताया कि 12 अप्रैल से ट्रेन चलने की सूचना मिली है।

महाराष्ट्र से आने वाली ट्रेनों से उतरते यात्रियों की होगी कोरोना जांच 

 महाराष्ट्र सहित अन्य राज्यों में कोरोना संक्रमितों की संख्या में तेजी से बढऩे के बाद जिला प्रशासन अलर्ट मोड में आ गया है। विशेषरूप से महाराष्ट्र से आने वाली सभी ट्रेनों से उतरे प्रवासियों में कोरोना की जांच गुरुवार से शुरू कर दी गई है। इसके लिए रोस्टर के मुताबिक पहले से तैनात जांल दल को अलग से निर्देश दिया गया है। बेतिया रेलवे स्टेशन के प्रवेश द्वार पर जांच दल के साथ-साथ आज से दंडाधिकारी की भी तैनाती की गई है। ताकि विधि व्यवस्था में यदि किसी तरह की गड़बड़़ी होती है, तो उस दौरान कार्रवाई की जा सके। सिविल सर्जन  डा. अरुण कुमार सिन्हा ने बताया कि यदि किसी व्यक्ति में जांच के परिणाम पॉजिटिव आता है, तो उसे आइसोलेशन वार्ड में भेज दिया जाएगा। ताकि कोरोना के संक्रमण पर प्रभावी ढ़ंग से रोक लगाई जा सके। 

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