फिरौती वसूलने को पूर्व मुखिया के पुत्रों ने सन्नी का अपहरण कर की हत्या
अहियापुर थाना क्षेत्र के अयाचीग्राम कोल्हुआ पैगंबरपुर के सूरज प्रताप सिंह उर्फ सन्नी का अपहरण व हत्या फिरौती वसूलने के लिए की गई थी।
मुजफ्फरपुर : अहियापुर थाना क्षेत्र के अयाचीग्राम कोल्हुआ पैगंबरपुर के सूरज प्रताप सिंह उर्फ सन्नी का अपहरण व हत्या फिरौती वसूलने के लिए की गई थी। इसकी साजिश हथौड़ी थाना के चौधरी कफेन गांव के पूर्व मुखिया नवल किशोर पासवान व उसके तीन बेटों ने मिलकर रची थी। पुलिस ने पूर्व मुखिया नवल किशोर पासवान और उसके पुत्र अक्षयकरण व अटलजीत बिहारी को गिरफ्तार कर लिया है। मुख्य आरोपित बड़ा पुत्र रेलवे का गेटमैन अभिनव गौरव फरार है। पुलिस ने ताला सहित जंजीर व सन्नी का हेल्थ कार्ड बरामद कर लिया है। इसकी जानकारी सिटी एसपी राजेश कुमार ने दी है। वे मंगलवार को अहियापुर थाना कक्ष में प्रेस कॉन्फ्रेंस को संबोधित कर रहे थे।
पूर्व मुखिया के बड़े पुत्र ने रची साजिश : सिटी एसपी ने बताया कि इस मामले के नामजद आरोपित अक्षय करण व उसका भाई अटलजीत गिरफ्तारी के भय से बेगूसराय के पावर हाउस चौक गांधी टोला में किराये के मकान में रह रहे थे। सर्विलांस के आघार पर लोकेशन मिलने पर दोनों को गिरफ्तार किया गया। पुलिस के समक्ष अक्षयकरण ने बताया कि उसका बड़ा भाई अभिनव गौरव रेलवे में ग्रुप डी में कार्यरत है। वर्तमान में वह सीहो स्टेशन पर गेटमैन है। बड़े भाई ने बताया कि इस समय वह आर्थिक तंगी से गुजर रहा है। इसे दूर करने के लिए कोई बड़ा काम करना है। इसके लिए वे बोले कि तुम्हारा कोई दोस्त है जिसके पिता नौकरी से रिटायर हुए हैं। तब उसने अपने दोस्त सन्नी का नाम बताया। इसके बाद सन्नी के अपहरण व उसके पिता से अच्छी राशि फिरौती वसूलने की साजिश रची गई।
हत्या से पहले के वीडियो फुटेज से वसूली जाने वाली थी फिरौती : अक्षय ने पुलिस को बताया कि बड़े भाई को नौकरी मिलने पर पार्टी का झांसा देकर सन्नी को घर से बुलाकर सीहो स्टेशन के पास उसके सरकारी क्वार्टर में ले आए। मटन खिलाने के बाद अभिनव गौरव ने सन्नी को कुर्सी पर बैठाकर उसे जंजीर से बांधकर ताला लगा दिया। उन्होंने उसे चाकू का भय दिखाकर वीडियो फुटेज तैयार किया और सन्नी के मुंह पर टेप लगा दिया। इसके बाद अभिनव ने सन्नी को चाकू से गोदकर हत्या कर दी। प्लान यह था कि लाश ठिकाने लगाने के बाद वीडियो फुटेज के सहारे उसके नौ सेना से सेवानिवृत्त पिता अखिलेश सिंह से फिरौती में मोटी राशि वसूलना था। सन्नी की लाश को एयरबैग में बंद करके सकरा के भुट्टा चौक के पास फेंक दिया।