हर आहट पर मौत का खौफ!
सोनीपत से सुबह मोबाइल पर आई सूचना ने घोसरामा और आसपास के गांवों को आशंकाओं में डुबो दिया।
मुजफ्फरपुर। सोनीपत से सुबह मोबाइल पर आई सूचना ने घोसरामा और आसपास के गांवों को आशंकाओं में डुबो दिया। यह आशंका अपने परिजन को लेकर थी। उनके परिजन सही सलामत हैं या नहीं, इसे लेकर वे चिंतित रहे। उनकी खोज-खबर लेने के लिए गांव में पहुंचने वाले हर अंजान चेहरे से उन्हें मौत की सूचना का खौफ होने लगता। उन्हें लगता कि शायद किसी ऐसी बात है कि उनसे छुपाई जा रही।
सोनीपत में हुए इतने बड़े हादसे में यहां के कई युवकों के जलने व घायल होने की सूचना के बावजूद प्रशासनिक पदाधिकारी व जनप्रतिनिधियों ने किसी की खोज खबर नहीं ली। पेंट कंपनी में काम करनेवाले अधिकतर लोग दलित परिवार के हैं। इनके परिवारों की आर्थिक स्थिति ऐसी नहीं है कि सोनीपत जाकर स्थिति का सही-सही पता लगा सकें और अपने घायल परिजन की मदद कर सकें। लगभग 14-15 सौ किमी दूर हादसे के शिकार युवकों के परिजन के लिए दिल्ली तथा हरियाणा में रह रहे रिश्तेदार व मित्र ही सहारा बने हैं। उनके ये रिश्तेदार व मित्र घटनास्थल व अस्पताल पहुंच गए हैं। वे ही हादसे में लापता हुए युवकों की तलाश कर रहे हैं।