सीमा पर तस्कर सक्रिय, मधुबनी जिले मेेंं प्रतिबंधित दवाओं के साथ दो तस्कर धराए
Madhubani news धनुषी बीओपी के नाका दल ने भारत से नेपाल ले जा रही नशीली दवाओं के खेप के साथ महिला समेत दो तस्करों को पकड़ा एसएसबी ने जब्त प्रतिबंधित दवा ऑटो व दोनों गिरफ्तार तस्करों को कार्रवाई के लिए ललमनियां पुलिस के सुपुर्द कर दिया।
मधुबनी जासं। भारत-नेपाल सीमा पर तस्करी का गोरखधंधा रुकने का नाम नहीं ले रहा। बीते 19 माह कोरोना संकट के कारण सीमा को सील रखा गया था। उस दौरान भी खुली सीमा होने के कारण तस्कर विभिन्न अवैध रास्तों से अपने मंसूबों को पूरा करते रहे। हालांकि, इस दौरान कई तस्कर सीमा पर तैनात एसएसबी और स्थानीय पुलिस की पकड़ में भी आते रहे, लेकिन तस्करी का गोरखधंधा बदस्तूर जारी रहा । अब जबकि सीमा को पूरी तरह खोल दिया गया है , तस्करी के मामले एक बार फिर बढ़ने लगे हैं । इसी क्रम में एसएसबी धनुषी बीओपी के नाका दल ने ललमनियां ओपी क्षेत्र के सीमा से सटे धनुषी में प्रतिबंधित दवाओं के साथ महिला समेत दो तस्करों को दबोचा है । ये दोनों बीआर32बीए-8034 नंबर की ऑटो से प्रतिबंधित कफ सीरप डायलेक्स डीसी की 133 बोतल लेकर सीमा पार करने ही वाले थे कि एसएसबी ने इन्हें पकड़ लिया।
ऑटो में सवार वीरपुर की राधा देवी नाम की महिला एवं ऑटो चालक ललमनियां के लाल पासवान के रुप में इनकी पहचान हुई है। पूछताछ में महिला ने बताया कि वे जब्त प्रतिबंधित दवा की डिलीवरी धनुषी के एक व्यक्ति को देने जा रहे थे । एसएसबी ने जब्त प्रतिबंधित दवा की बोलतें , ऑटो एवं दोनों गिरफ्तार तस्करों को समुचित कार्रवाई के लिए ललमनियां पुलिस के सुपुर्द कर दिया। बता दें कि डायलेक्स डीसी आदि नशा उत्पन्न करने वाली दवाएं सीमापार नेपाली क्षेत्र में काफी मांग है।
नशा के लत के शिकार लोग इसे खूब पसंद करते हैं। इन दवाओं को ऐेसे लोग ऊंची कीमतों पर भी हासिल कर अपना शौक पूरा करते हैं । भारतीय क्षेत्र के दुकानदार बिना चिकित्सक के पुर्जा के ही धंधेबाजों के हाथ ऊंची कीमत पर नशीली दवाएं बेचा करते हैं। सीमावर्ती लौकहा बाजार में कई दफा भारी मात्रा में प्रतिबंधित दवाएं बरामद हो चुकी है।