मुजफ्फरपुर के स्मार्ट रोड को बिजली व वन विभाग के एनओसी का इंतजार

स्मार्ट सिटी मिशन के तहत बैरिया चौक से लक्ष्मी चौक इमलीचट्टी होते हुए धर्मशाला चौक तक स्पाइनल रोड तथा धर्मशाला चौक से टाउन थाना तिलक मैदान टावर चौक होते हुए अखाड़ाघाट पुल तक पेरीफेरल रोड का निर्माण होना है।

By Ajit KumarEdited By: Publish:Thu, 24 Jun 2021 08:47 AM (IST) Updated:Thu, 24 Jun 2021 08:47 AM (IST)
मुजफ्फरपुर के स्मार्ट रोड को बिजली व वन विभाग के एनओसी का इंतजार
प्रबंध निदेशक ने एनओसी को लेकर कल बुलाई है संबंधित विभागों की बैठक।

मुजफ्फरपुर, जासं। स्मार्ट सिटी की दो स्मार्ट सड़कों के निर्माण को बिजली व वन विभाग के एनओसी का इंतजार है। एजेंसी सड़क का काम करने के लिए पूरी तरह से तैयार है। एनओसी मिलते ही निर्माण कार्य को तेजी से अंजाम दिया जाएगा। स्मार्ट सिटी मिशन के तहत बैरिया चौक से लक्ष्मी चौक, इमलीचट्टी होते हुए धर्मशाला चौक तक स्पाइनल रोड तथा धर्मशाला चौक से टाउन थाना, तिलक मैदान, टावर चौक होते हुए अखाड़ाघाट पुल तक पेरीफेरल रोड का निर्माण होना है। स्पाइनल रोड पर 38.75 करोड़ तथा पेरीफेरल रोड पर 20.73 करोड़ रुपये खर्च होना है। निविदा के माध्यम से दोनों ही सड़कों के निर्माण का जिम्मा खोखर इंफ्रास्ट्रक्चर प्रा.लि. को दिया गया है। इसके अलावा 5.67 करोड़ की लागत से तीसरी सड़क टाउन थाना से कल्याणी होते हुए हरिसभा चौक बननी है। इसके निर्माण का जिम्मा लिली कंस्ट्रक्सन को दिया गया है। 

तीनों स्मार्ट सड़कों के निर्माण के लिए आरसीडी, वन एवं बिजली विभाग से एनओसी लेना जरूरी है। आरसीडी ने एनओसी दे दी है, लेकिन बिजली व वन विभाग से अभी यह प्राप्त नहीं हुआ है। स्मार्ट सिटी कंपनी को सड़क के दोनों तरफ की जमीन से पेड़ों को अन्यत्र शिफ्ट करने के लिए अनुमति चाहिए। वहीं बिजली के तार को अंडर ग्राउंड्र करने एवं पोलों को शिफ्ट करने के लिए बिजली विभाग से एनओसी चाहिए। जहां तक कार्य के लिए चयनित एजेंसी का सवाल है तो वह संसाधनों के साथ काम करने को तैयार है। जैसे ही एनओसी मिलेगा एजेंसी तेजी से अपना काम शुरू कर देगी।  

पंचायत कार्यालयों की चाबी डीएम को सौंपेंगे मुखिया

कांटी (मुजफ्फरपुर): प्रखंड मुखिया संघ पंचायत कार्यालयों की चाबी जिलाधिकारी को सौंपेगा। बुधवार को मुखिया संघ अध्यक्ष कुमारी याचना की अध्यक्षता में हुई बैठक में इस आशय का निर्णय लिया गया। उन्होंने बताया कि सरकार के आदेश के बाद भी पंचायत कार्यालय बंद है। कर्मचारियों की अनुपस्थिति के कारण जनता का काम काजठप है जिससे परेशानी का सामना करना पड़ रहा है।

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