समस्तीपुर के सीएचसी में सिक्योरिटी गार्ड काट रहे मरीजों की पर्ची

पूछे जाने पर डाटा इंट्री ऑपरेटर ने बताया कि सीएचसी में बहुत सारी बातें होती रहती हैं। तबीयत खराब होने की सूचना जिला कॉर्डिनेटर को दे चुका हूं। मेरी अनुपस्थिति में गार्ड साहब ही अक्सर पर्ची काटते हैं।

By Ajit KumarEdited By: Publish:Wed, 15 Sep 2021 10:43 AM (IST) Updated:Wed, 15 Sep 2021 10:43 AM (IST)
समस्तीपुर के सीएचसी में सिक्योरिटी गार्ड काट रहे मरीजों की पर्ची
पर्ची काउंटर संभालने की जिम्मेवारी डाटा इंट्री ऑपरेटर की है। फोटो- जागरण

समस्तीपुर, जागरण संवाददाता। सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र विभूतिपुर में सिक्योरिटी गार्ड द्वारा इलाज को पहुंचने वाले मरीजों की पर्ची काटने का मामला प्रकाश में आया है। पर्ची काउंटर संभालने की जिम्मेवारी डाटा इंट्री ऑपरेटर अंजनी कुमार को होना बताया गया है। काउंटर पर इनके मौजूद नहीं रहने के कारण ऐसी विवशता एक गार्ड को हुई है। यहां मरीजों को तत्काल कोई परेशानी नहीं हो, इस वजह से गार्ड द्वारा पर्ची काटने को लेकर तत्परता दिखाने की बातें बताई जा रही है। इस संबंध में बताया जाता है कि लेट-लतीफी के शिकार डाटा इंट्री ऑपरेटर की जिम्मेदारी से इतर अपनी एक अलग दिनचर्या बन चुकी है। जिससे सीएचसी के तकरीबन सभी कर्मी खफा चल रहे। बताया जाता है कि सीएचसी तक अधिकांश गरीब तबके के मरीज पहुंचते हैं। ससमय पर्ची नहीं कटने की वजह से उन्हें समय पर उपचार भी नहीं हो पाता है। जबकि, सीएचसी में चिकित्सक तैनात रहते हैं। पूछे जाने पर डाटा इंट्री ऑपरेटर ने बताया कि सीएचसी में बहुत सारी बातें होती रहती हैं। तबीयत खराब होने की सूचना जिला कॉर्डिनेटर को दे चुका हूं। मेरी अनुपस्थिति में गार्ड साहब ही अक्सर पर्ची काटते हैं। इधर, प्रभारी चिकित्सा पदाधिकारी डॉ. फुलेश्वर प्रसाद सिंह ने बताया कि उक्त डाटा इंट्री ऑपरेटर के खिलाफ लगातार शिकायत मिल रही है। मामले की जांच कर वरीय पदाधिकारी को प्रतिवेदित की जाएगी। 

मानवता की रक्षा करने हर युग में आते हैं भगवान

धरती पर जब जब मानवता त्राहिमाम करती है, तब- तब मानवता की रक्षा के लिए भगवान अवतार लेते हैं। उक्त बातें श्री ठाकुर श्री विग्रह मंदिर धर्मपुर बांदे परिसर में आयोजित युगपुरुषोत्तम ठाकुर अनुकूल चंद्र जी के दो दिवसीय महाअमृत महोत्सव सत्संग समारोह को संबोधित करते हुए डॉ. अशोक कुमार पांडेय ने कही। उन्होंने कहा कि ठाकुर अनुकूल चंद्र जी के द्वारा बताए गए यजन, याजन और इष्टभृति करने से मानव जीवन की अकाल मृत्यु का भय नहीं रहता है। उनके द्वारा प्रदत्त सुविवाह, सुप्रजनन, सदाचार एवं स्वसत्यैनी को जीवन में उतारने से आज भी सारा समाज सुख समृद्धि से संपन्न एवं सारी धरती स्वर्ग से सुंदर बन सकती है। समारोह को ऋत्विक द्रव्येश्वर ठाकुर, पशुपति मिश्र,सतीकांत चौधरी, सत्येंद्र पांडे, अविनाश कुमार पांडे, डॉ गोपाल प्रसाद राय, मुकेश प्रसाद, गोपाल कुमार झा आदि ने संबोधित किया। 

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