Sitamarhi News: धर्म और संस्कृति की रक्षा के बिना किसी भी देश का विकास संभव नहीं
Sitamarhi News जनकुपरधाम में तीसरा अंतरराष्ट्रीय रामायण सर्किट सम्मेलन का आयोजन हरिशंकर मिश्रा ने कहा-अवध व मिथिला का संबंध प्राचीन काल से ही है। राम के बिना सिया अधूरी है। ठीक इसी तरह जनकपुरधाम के बिना अयोध्या अधूरा है।
सीतामढ़ी, जासं। रामायण सर्किट और मिथिला-अवध संबंध पर जनकपुरधाम उप-महानगर पालिका और मिथिला अनुसंधान और सांस्कृतिक संरक्षण परिषद जनकपुरधाम द्वारा दो दिवसीय तीसरा अंतरराष्ट्रीय रामायण सर्किट सम्मेलन जनकपुरधाम में शुरू हुआ। उदघाटन प्रदेश दो के प्रमुख हरिशंकर मिश्र, श्री लंका की राजदूत हिमाली सुवासिनी अरूणालिका तथा विश्व हिंदू परिषद के उपाध्यक्ष पंडित जीवेश्वर मिर ने संयुक्त रूप दीप प्रज्वलित कर किया। कार्यक्रम को संबोधित करते हुए नेपाल प्रदेश नंबर 2 के प्रदेश प्रमुख हरिशंकर मिश्रा ने कहा कि अवध व मिथिला का संबंध प्राचीन काल से है। राम के बिना सिया अधूरी है। इसी तरह जनकपुरधाम के बिना अयोध्या अधूरा है।
संबंधों को मजबूत करने के लिए नेपाल और भारत को विकास से जोड़ने का आग्रह किया है। प्रदेश प्रमुख मिश्रा ने कहा कि निकट को मजबूत करने के लिए सड़क, रेल और हवाई को जोड़कर पर्यटन को बढ़ावा देने पर विशेष ध्यान दिया जाना चाहिए। जनकपुरधाम और अयोध्या के बीच संबंध के लिए रामायण सर्किट के विकास में दोनों देशों की सरकारों को मिलकर काम करने की जरूरत है। नेपाल में श्रीलंका की राजदूत हिमाली सुवासानी अरुणालिका ने कहा कि नेपाल, भारत और श्रीलंका को जोड़ने वाले रामायण सर्किट के विकास के लिए श्रीलंका सरकार उस जमीन के संरक्षण करने का काम कर रही है।
विश्व हिंदू परिषद के केंद्रीय उपाध्यक्ष जीवेश्वर मिश्रा ने कहा कि धर्म और संस्कृति की रक्षा के बिना किसी भी देश का विकास संभव नहीं होगा, उन्होंने कहा कि भारत सरकार रामायण सर्किट के विकास के लिए काम कर रही है। अयोध्या में राम मंदिर निर्माण में सक्रिय रहे राजेंद्र सिंह पंकज ने कहा कि रामायण सर्किट नेपाल-भारत संबंधों को गहरा करने में योगदान देगा। कार्यक्रम की अध्यक्षता जनकपुरधाम उप महानगरपालिका के मेयर लाल किशोर साह ने की। मौके पर विधायक परमेश्वर साह, विधायक रामाशीष यादव, राष्ट्रीय योजना आयोग के सदस्य सुरेंद्र लाभ प्रदेश नीति आयोग के उपाध्यक्ष भोगेंद्र झा सहित कई गण्यमान्य लोग मौजुद थे।