पुलिस कार्रवाई नहीं होने से नाराज परिवार थाने में धरने पर बैठा
पुलिस कार्रवाई नहीं होने से नाराज जख्मी सुस्ता निवासी दिनेश कामती बुधवार को सपरिवार गायघाट थाना परिसर में धरने पर बैठ गए।
मुजफ्फरपुर : पुलिस कार्रवाई नहीं होने से नाराज जख्मी सुस्ता निवासी दिनेश कामती बुधवार को सपरिवार गायघाट थाना परिसर में धरने पर बैठ गए। पूर्व रंजिश को लेकर सुस्ता निवासी कृष्ण कुमार यादव व उनके स्वजनों ने गाव के हीं दिनेश कामती, उसके भाई मुनेश्वर कामती एवं स्वजनों से चार जुलाई की रात मारपीट की। इस दौरान आरोपितों ने दिनेश को चाकू मारकर जख्मी कर दिया व मुनेश्वर को अपने घर में बंधक बना लिया। बाद में जबरन सादे कागज पर हस्ताक्षर करवा कर छोड़ा। उधर, जख्मी को रात में ही एसकेएमसीएच ले जाया गया जहा स्थानीय पुलिस ने उसका फर्द बयान लिया। ग्रामीणों ने बताया है कि कृष्णकुमार यादव के आतंक से लोग काफी परेशान हैं। वह राह चलते लोगों से भी मारपीट करते रहता है व गाव में बेवजह झगड़ा करते रहता है। बताया गया कि घटना के बाद रात में ही पुलिस गाव में गई थी, लेकिन उसके बाद कोई कार्रवाई नहीं होता देख पीड़ित पक्ष बुधवार को गायघाट थाने पहुंच कर धरने पर बैठ गए। इसके बाद प्रशिक्षु डीएसपी अमित कुमार ने बेनीबाद ओपी प्रभारी राजकुमार को बुलाया। फिर ओपी प्रभारी ने फर्द बयान मंगवा कर एफआइआर कराई। प्रशिक्षु डीएसपी द्वारा कार्रवाई का आश्वासन देने पर पीड़ित लौट गए।
भाकपा माले-इंसाफ मंच ने किया विरोध-प्रदर्शन
भाकपा माले और इंसाफ मंच ने सामाजिक कार्यकर्ता 84 वर्षीय फादर स्टेन स्वामी की मौत को हिरासत में सास्थानिक हत्या करार दिया। केंद्र सरकार पर हत्या का आरोप लगाते हुए हरिसभा चौक के समीप विरोध प्रदर्शन किया। इससे पूर्व जिला कार्यालय में दो मिनट का मौन रख कर उन्हें श्रद्धाजलि दी गई। कोरेगाव फर्जी मुकदमे में जेलों में बंद सभी मानवाधिकार व सामाजिक कार्यकर्ताओं को रिहा करने, सरकारी साजिश के तहत दर्ज कोरेगाव मुकदमा को खारिज करने, एनआइए-सीबीआइ जैसी राष्ट्रीय एजेंसियों का विरोधियों के खिलाफ दुरूपयोग बंद करने संबंधी नारे लगाए। मौके पर नगर सचिव सूरज कुमार सिंह, इंसाफ मंच के राज्य उपाध्यक्ष आफताब आलम, जिलाध्यक्ष फहद जमा, रेयाज खान, विमलेश मिश्र, रानी प्रसाद, दीपक कुमार, शफीकुर रहमान, आबिद हुसैन, एहतेशाम रहमानी, प्रवीण श्रीवास्तव, कमरे आलम, राजू सहनी, विष्णु महतो, संतलाल पासवान आदि मौजूद थे।