बिहार: लालू के लाल तेज प्रताप को झटका, शिवहर प्रत्याशी अंगेश का नामांकन कैंसिल
लालू प्रसाद यादव के लाल तेज प्रताप यादव को झटका लगा है। लालू राबड़ी मोर्चा के उम्मीदवार अंगेश सिंह का नामांकन कैंसिल हो गया है। तेज प्रताप के समर्थकों में निराशा है।
शिवहर [जेएनएन]। राजद सुप्रीमो लालू प्रसाद यादव (Lalu Prasad Yadav) के लाल तेज प्रताप यादव (Tej Pratap Yadav) को झटका लगा है। तेज प्रताप ने जिस उम्मीदवार अंगेश कुमार सिंह को शिवहर से लोकसभा चुनाव लड़ने के लिए अपने भाई तेजस्वी से विद्रोह करके उतारा था, उनका नामांकन कैंसिल हो गया है। इससे तेज प्रताप के समर्थकों में काफी मायूसी है। बता दें कि अंगेश सिंह के लिए तेज प्रताप ने शिवहर में रोड शो भी किया था और उनके नामांकन में भी मौजूद रहे थे।
अंगेश कुमार सिंह की दावेदारी इसलिए चर्चा का विषय बनी थी कि इन्हें राजद सुप्रीमो लालू प्रसाद यादव के बड़े पुत्र तेजप्रताप यादव का साथ मिल रहा था। बता दें कि अंगेश ने पहले राजद से टिकट के लिए पूरी जोरों आजमाईश की थी, इनके पैरवीकार स्वयं तेज प्रताप यादव थे। बावजूद इसके, सफलता नहीं मिलने पर तेजप्रताप ने अंगेश के लिए अपने घर में ही रार ठान दी। आनन-फानन में लालू राबड़ी मोर्चा का गठन कर उसे राजद का दूसरा पार्ट बताया।
इतना ही नहीं, तेज प्रताप बागी तेवर के साथ पूरी तरह अंगेश के साथ खड़े हो गए। हद तो तब हो गई, जब अपने चहेते अंगेश के प्रचार में शिवहर लोकसभा क्षेत्र के सभी छह विधानसभा क्षेत्रों में चुनाव प्रचार भी किया। इस बीच अंगेश को गाड़ी में बिठा शिवहर में रोड शो किया। वहीं अपने पिता की पार्टी राजद के उम्मीदवार सैयद फैसल अली को बीजेपी का एजेंट करार दिया।
इधर नामांकन रद होने पर अंगेश समर्थकों में घोर निराशा है, जबकि राजद खेमें में खुशी की लहर देखी जा रही है। अंगेश के भाई अलख सिंह ने बताया कि हमलोगों के साथ गहरी साज़िश की आशंका है। नामांकन कैंसिल होने की कार्रवाई संबंधित पेपर लेकर हम न्यायालय में चुनौती देंगे। हमलोगों को न्यायालय पर भरोसा है।
गौरतलब है कि तेज प्रताप यादव ने पिछले दिनों लालू-राबड़ी मोर्चा का गठन किया था और शिवहर तथा जहानाबाद से इसी मोर्चा के तहत अपना उम्मीदवार उतारने की घोषणा की थी। इसके बाद शिवहर से उन्हाेंने अंगेश सिंह को लालू-राबड़ी मोर्चा का उम्मीदवार घोषित कर दिया। अंगेश के प्रचार में शिवहर पहुंचे तेज प्रताप ने उस समय बखेड़ा खड़ा कर दिया, जब उन्होंने राजद उम्मीदवार सैयद फैसल अली को बीजेपी का एजेंट बताया। कहा कि फैसल का मुख्तार अब्बास नकवी के साथ फोटो है। यहां बाहरी प्रत्याशी नहीं चलेगा। उन्होंने लोगों से अंगेश को जीत दिलाने की अपील की।
तेजप्रताप ने पिछले सप्ताह 18 और 19 अप्रैल को अंगेश सिंह के पैतृक गांव जगदीशपुर कोठिया में रोड शो किया। ड्राइविंग सीट पर खुद सवार हो बगल में अंगेश को बैठाया। मुजफ्फरपुर-शिवहर रोड होते हुए उनका काफिला जिला मुख्यालय पहुंचा। बातचीत में तेजप्रताप ने अंगेश को राजद का समर्पित कार्यकर्ता बताते हुए कहा था कि उन्हें शिवहर से हर हाल में जीत दिलाएंगे। पार्टी से टिकट नहीं मिलने पर कहा कि वे निर्दलीय प्रत्याशी के रूप में नामांकन करेंगे। मेरा एवं लालू-राबड़ी मोर्चा का पूरा समर्थन होगा। लालू-राबड़ी मोर्चा राजद का ही एक पार्ट है। अंगेश के समर्थन के चलते अगर मुझे बागी कहा जा रहा है, तो मैं बागी हूं।
इधर अंगेश के चुनाव मैदान में आने से राजद प्रत्याशी फैसल अली की मुश्किलें बढ़ गई थीं, क्योंकि अंगेश को राजपूत बिरादरी का पूरा समर्थन मिल रहा था। वहीं स्थानीय होने के कारण भी वोट में वृद्धि के आसार थे, किंतु अब बदली परिस्थिति में जहां राजद की स्थिति मजबूत होगी, वहीं अब मुकाबला सीधा एनडीए एवं महागठबंधन के बीच होगा।
अंगेश कुमार सिंह की दावेदारी इसलिए चर्चा का विषय बनी थी कि इन्हें राजद सुप्रीमो लालू प्रसाद यादव के बड़े पुत्र तेजप्रताप यादव का साथ मिल रहा था। बता दें कि अंगेश ने पहले राजद से टिकट के लिए पूरी जोरों आजमाईश की थी, इनके पैरवीकार स्वयं तेज प्रताप यादव थे। बावजूद इसके, सफलता नहीं मिलने पर तेजप्रताप ने अंगेश के लिए अपने घर में ही रार ठान दी। आनन-फानन में लालू राबड़ी मोर्चा का गठन कर उसे राजद का दूसरा पार्ट बताया।
इतना ही नहीं, तेज प्रताप बागी तेवर के साथ पूरी तरह अंगेश के साथ खड़े हो गए। हद तो तब हो गई, जब अपने चहेते अंगेश के प्रचार में शिवहर लोकसभा क्षेत्र के सभी छह विधानसभा क्षेत्रों में चुनाव प्रचार भी किया। इस बीच अंगेश को गाड़ी में बिठा शिवहर में रोड शो किया। वहीं अपने पिता की पार्टी राजद के उम्मीदवार सैयद फैसल अली को बीजेपी का एजेंट करार दिया।
इधर नामांकन रद होने पर अंगेश समर्थकों में घोर निराशा है, जबकि राजद खेमें में खुशी की लहर देखी जा रही है। अंगेश के भाई अलख सिंह ने बताया कि हमलोगों के साथ गहरी साज़िश की आशंका है। नामांकन कैंसिल होने की कार्रवाई संबंधित पेपर लेकर हम न्यायालय में चुनौती देंगे। हमलोगों को न्यायालय पर भरोसा है।
गौरतलब है कि तेज प्रताप यादव ने पिछले दिनों लालू-राबड़ी मोर्चा का गठन किया था और शिवहर तथा जहानाबाद से इसी मोर्चा के तहत अपना उम्मीदवार उतारने की घोषणा की थी। इसके बाद शिवहर से उन्हाेंने अंगेश सिंह को लालू-राबड़ी मोर्चा का उम्मीदवार घोषित कर दिया। अंगेश के प्रचार में शिवहर पहुंचे तेज प्रताप ने उस समय बखेड़ा खड़ा कर दिया, जब उन्होंने राजद उम्मीदवार सैयद फैसल अली को बीजेपी का एजेंट बताया। कहा कि फैसल का मुख्तार अब्बास नकवी के साथ फोटो है। यहां बाहरी प्रत्याशी नहीं चलेगा। उन्होंने लोगों से अंगेश को जीत दिलाने की अपील की।
तेजप्रताप ने पिछले सप्ताह 18 और 19 अप्रैल को अंगेश सिंह के पैतृक गांव जगदीशपुर कोठिया में रोड शो किया। ड्राइविंग सीट पर खुद सवार हो बगल में अंगेश को बैठाया। मुजफ्फरपुर-शिवहर रोड होते हुए उनका काफिला जिला मुख्यालय पहुंचा। बातचीत में तेजप्रताप ने अंगेश को राजद का समर्पित कार्यकर्ता बताते हुए कहा था कि उन्हें शिवहर से हर हाल में जीत दिलाएंगे। पार्टी से टिकट नहीं मिलने पर कहा कि वे निर्दलीय प्रत्याशी के रूप में नामांकन करेंगे। मेरा एवं लालू-राबड़ी मोर्चा का पूरा समर्थन होगा। लालू-राबड़ी मोर्चा राजद का ही एक पार्ट है। अंगेश के समर्थन के चलते अगर मुझे बागी कहा जा रहा है, तो मैं बागी हूं।
इधर अंगेश के चुनाव मैदान में आने से राजद प्रत्याशी फैसल अली की मुश्किलें बढ़ गई थीं, क्योंकि अंगेश को राजपूत बिरादरी का पूरा समर्थन मिल रहा था। वहीं स्थानीय होने के कारण भी वोट में वृद्धि के आसार थे, किंतु अब बदली परिस्थिति में जहां राजद की स्थिति मजबूत होगी, वहीं अब मुकाबला सीधा एनडीए एवं महागठबंधन के बीच होगा।