Sheohar News: नामांकन का भोज पड़ा महंगा, फंसी मुखिया प्रत्याशी की गर्दन
एसडीओ ने दिया मुखिया प्रत्याशी के खिलाफ प्राथमिकी का आदेश। सदर अस्पताल से इलाज बाद कुल 253 लोगों को किया गया डिस्चार्ज। रातभर सदर अस्पताल में पहुंचते रहे मरीज सीएस समेत चिकित्सकों की टीम करती रही इलाज ।
शिवहर, जासं। जिले के शिवहर प्रखंड के ताजपुर गांव में नामांकन बाद आयोजित भोज में ढाई सौ से अधिक लोगों के बीमार होने के मामले में मुखिया प्रत्याशी सह भूतपूर्व मुखिया अजय कुमार सिंह की गर्दन फंस गई है। एसडीओ मो. इश्तियाक अली अंसारी ने मुखिया प्रत्याशी के खिलाफ थाने में प्राथमिकी दर्ज कराने व अग्रेतर कार्रवाई का आदेश दिया है। एसडीओ ने मामले को गंभीर बताया है। साथ ही सख्त कार्रवाई की की बात कही है। उधर, सरोजा सीताराम सदर अस्पताल से इलाज बाद कुल 253 मरीजों को डिस्चार्ज कर दिया गया है। सीएस डॉ. आरपी सिंह ने बताया कि, पूरी रात मरीज अस्पताल में पहुंचते रहे। साथ ही सुबह होने तक इलाज बाद मरीजों को घर भेजा जाता रहा। चिकित्सक, कर्मी और एंबुलेंस रातभर एक्शन मोड में रहे। सीएस ने कहा कि, स्वास्थ्य विभाग की सक्रियता से सैकड़ों की जान बच गई। बताया कि मामला फूड प्वायजनिंग का था।
यह है मामला
बुधवार को ताजपुर पंचायत के मुखिया प्रत्याशी अजय कुमार सिंह द्वारा नामांकन बाद भोज का आयोजन किया गया था। जिसमें गांव के सभी लोग शामिल हुए थे। मछली-चावल खाने के बाद सभी को पेट दर्द और उलटी होने लगी। वहीं लोग बेहोश होने लगे। एक के बाद एक मामला सामने आने के बाद गांव में हड़कंप मच गया। लोगों ने जैसे-तैसे बीमार लोगों को सदर अस्पताल पहुंचाया।
रात साढ़े दस बजे तक सदर अस्पताल में 75 मरीजों को भर्ती किया गया। जबकि, 12 बजे तक मरीजों की संख्या 150 पहुंच गई। एक बजते-बजते आंकड़ा ढाई सौ के पार कर गया। मरीजों की भीड़ से अस्पताल में बेड कम हो गए। मरीजों को फर्श पर लिटाकर इलाज करना पड़ा। जबकि, चिकित्सक की कमी को देखते हुए सिविल सर्जन डॉ. आरपी सिंह संकटमोचक बनकर सामने आए। सीएस भी अन्य चिकित्सकों के साथ मरीजों का इलाज करते नजर आए। मरीज और स्वजन की भीड़ से अस्पताल में अफरातफरी की स्थिति उत्पन्न हो गई। सूचना के बाद डीएम सज्जन राजशेखर के निर्देश पर एडीएम शंभु शरण, एसडीओ मो. इश्तियाक अली अंसारी, एसडीपीओ संजय कुमार पांडेय, शिवहर बीडीओ राकेश कुमार, थानाध्यक्ष रघुनाथ प्रसाद समेत पुलिस प्रशासन की टीम सदर अस्पताल पहुंची। पूरी रात पुलिस, प्रशासन और स्वास्थ्य विभाग की टीमें सदर अस्पताल में तैनात रही। गुरुवार की सुबह शेष बचे लोगों को भी इलाज बाद मुक्त कर दिया गया।