असंतोषजनक प्रदर्शन में 13 अतिथि शिक्षकों की सेवा समाप्त
बीआरए बिहार विश्वविद्यालय में दो जगह भुगतान पाने वाले अतिथि शिक्षकों को सेवा विस्तार नहीं दिया गया है।
मुजफ्फरपुर : बीआरए बिहार विश्वविद्यालय में दो जगह भुगतान पाने वाले अतिथि शिक्षकों को सेवा विस्तार नहीं दिया गया है। संवीक्षा के बाद 318 अतिथि शिक्षकों के सेवा विस्तार को मंजूरी दी गई है। विवि की ओर से 60-65 अतिथि शिक्षकों के दस्तावेजों की जांच की जा रही है। असंतोषजनक प्रदर्शन करने वाले 13 अतिथि शिक्षकों को सेवा विस्तार नहीं दिया गया है। सूत्रों के अनुसार, कालेजों के आठ अतिथि शिक्षक सरकारी स्कूलों में सेवा दे रहे थे। दो अतिथि शिक्षक एक साथ दो विश्वविद्यालयों में सेवा दे रहे थे। वहीं बड़ी संख्या में ऐसे अतिथि शिक्षक थे जिन्होंने संबद्ध कालेजों में होने के साथ ही यहां भी एक साथ सेवा जारी रखी थी। विवि की ओर से तैयार की गई सूची से ऐसे शिक्षकों को हटा दिया गया है। इनकी जांच चल रही है। जिन कालेजों में एक ही विषय में अधिक शिक्षक थे उनमें नियुक्त अतिथि शिक्षकों का दूसरी कालेजों में स्थानांतरण किया गया है। बताया गया कि इस वर्ष भी काफी संख्या में शिक्षकों ने शपथ पत्र भरकर दे दिया है। साथ ही वे डिग्री कालेजों में सेवारत हैं। कई अतिथि शिक्षक अब भी निजी संस्थानों में सेवा दे रहे हैं और शपथ पत्र दे दिया है। कुल 60 से 65 की संख्या में ऐसे आवेदनों की जांच चल रही है। इनका नवीकरण तत्काल रोक दिया गया है। साथ ही जांच में पुष्टि हो जाने के बाद इनका नवीकरण नहीं होगा। सरकार के निर्देशानुसार इनसे मानदेय की राशि भी वसूली जाएगी। खाली रहे पदों पर होगी नई बहाली :
विवि में जिन अतिथि शिक्षकों को सेवा विस्तार नहीं दिया गया है उनकी जगह नए सिरे से अतिथि शिक्षकों की नियुक्ति होगी। इसकी प्रक्रिया अगले महीने शुरू हो सकती है। जांच के बाद यदि 60-65 की संख्या में अतिथि शिक्षकों के दो जगह से वेतन और मानदेय भुगतान के मामले की पुष्टि हो जाती है तो उनका नवीकरण रोका जाएगा।